लखीमपुर खीरी: पहलगाम हमले का बदला पूरा हुआ तो सेना के पूर्व जवानों में आया जोश
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का भारतीय सेना ने बुधवार अल सुबह पाकिस्तान को एयर स्ट्राइक कर करारा जवाब दिया है। यह कार्रवाई तीनों सेनाओं ने मिलकर की है। बुधवार सुबह सोशल मीडिया से इसकी खबर मिलते ही जनपदवासियों की खुशी की ठिकाना न रहा। हर किसी की जुबान पर पाकिस्तान के लिए यह जरूरी था का लब्ज था।
पहलगाम में घूमने गए 28 निर्दोष लोगों की आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। इसको लेकर आम जनमानस में पाकिस्तान के प्रति आक्रोश पनप गया। लोगों ने पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का सबक सिखाने के लिए भारत सरकार से मांग कर धरना प्रदर्शन तक करने लगे थे। बुधवार की सुबह जिलेवासियों के लिए किसी सौगात से कम नहीं थी। मंगलवार आधी रात के बाद पाकिस्तान एवं पाक अधिकृत कश्मीर के भीतर एयर स्ट्राइक की खबर से लोगों की खुशी का ठिकाना न रहा। भारतीय सेना ने यह जवाबी कार्रवाई पहलगाम हमले के 15 दिन बाद की है। पाकिस्तान में आतंकी अड्डों की तबाही को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों की खुशी दिख रही है। कोई यह कार्रवाई एन महिलाओं को समर्पित कर रहा है, जिनके पतियों की पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने हत्या कर दी थी। तो कोई इसे नए भारत की नई ताकत बता रहा है।
पड़रिया तुला निवासी सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो फौजी ओमकार सिंह बताते हैं कि एयर स्ट्राइक का निर्णय सही रहा है। दुश्मनों को सबक सिखाना हमें अच्छी तरह आता है। करीब नौ माह पहले सेवा काल समाप्त हो रहा था, लेकिन देश सेवा के लिए अपनी सेवाएं अब भी दे रहे हैं।
रिटायर्ड हवलदार, 70 आर्म्ड गांव सदरपुर मैगलगंज विकास अवस्थी ने बताया कि पाकिस्तान को घर में घुसकर मारने के लिए ऑपरेशन सिंदूर के जवानों को हमारा सैल्यूट है। यह जवाब पाकिस्तान के लिए एक संदेश भी है कि तुम कायरों की तरह निर्दोष नागरिकों को मारकर मानते तक नहीं हो और हम रात में तुम्हें मारकर सुबह छाती ठोक कर कहतें है कि हमने मारा है।
एयर फोर्स से रिटायर, नान कमीशंड ऑफिसर अवनीश गुप्ता ने बताया कि पहलगाम में मारे गए निर्दोष नागरिकों की मौत का अभी पूरा हिसाब नहीं हुआ है । पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाना चाहिए कि वह घुटनों के बल राहत की भीख मांगे। सुबह ऑपरेशन सिंदूर की खबर सुनकर बेहद खुशी हुई। आतंकी सईद का किला ढह गया। जरूरत पड़ने पर हम फिर से जाने को तैयार हैं।
सेवानिवृत्त हवलदार, थल सेना निवासी बाजार गंज अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि सरकार का यह कदम सराहनीय है। इस तरह की कार्यवाही करना देश के लिए जरूरी है, जिससे आंतकी भारत मां की ओर देखने से पहले हजार बार सोंचे। यदि सरकार को जरूरत पड़ती है तो हम हर समय देश की सेवा कर आतंकियों और उनके आकाओं का धड़ तन से जुदा करने की ताकत रखते हैं।
