Mentha factory fire incident : फैक्ट्री के पीछे वाले हिस्से में दूसरे दिन भी उठता रहा धुंआ

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Published By Vinay Shukla
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नुकसान का आंकलन शुरू, तीसरे दिन सामान्य हो रहे हालात, प्रशासन ने माना नहीं हुई कोई जनहानि, आंधी में चिमनी गिरने से लगी आग

Mentha factory fire incident news : मैंथा फैक्ट्री में लगी आग अब शांत हो गई है। लेकिन उसके पीछे वाले हिस्से में अभी धुंआ उठ रहा है। कस्बे और आस पास के गांव में भी हालात सामान्य हो गए हैं। लोग घरों में लौट आएं हैं। आग बुझने के बाद शुक्रवार को वहां पर दिन भर साफ सफाई का दौर चलता रहा। मालिक और कर्मचारी फैक्ट्री में हुए नुकसान का आकलन करते रहे। एहतियात के तौर पर दमकल विभाग की छह गाड़ियां भी वहां खड़ी। फैक्ट्री में काम करने वाला मजदूर लापता है। लेकिन प्रशासन और फैक्ट्री मालिक किसी भी जनहानि से इंकार कर रहे हैं।

कस्बा उझानी के गांव कुढ़ा नरसिंहपुर में स्थित में था फैक्ट्री में आंधी के बीच वायरल गिरने से आग लग गई थी। आग लगने लगभग पूरी फैक्ट्री तबाह हो गई। आग इतनी विकराल भी उसमें धमाके हो रहे थे। जिससे कस्बा सहित आस पास के गांव में दहशत का माहौल बन गया था। लोग घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर गए थे। कोई मंदिर में शरण लिए हुए था तो किसी ने मंदिर में परिवार के साथ ठहरे हुए थे। तमाम लोग ऐसे भी रहे जो अपनी रिश्तेदारी में चले गए। आग बुझाने के लिए पहुंची दमकल विभाग की गाड़ियां कम पड़ गईं। प्रशासन ने कासगंज, संभल, मुरादाबाद और बरेली से भी दमकल विभाग की गाड़ियों को बुलवा लिया था। करीब 36 घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका।

आग शांत होने के बाद शुक्रवार को फैक्ट्री में साफ सफाई की जाती रही। उसके पीछे वाले हिस्से धुंआ अभी निकल रहा है। उस ओर लोग जाने से डर अभी डर रहे हैं। आग में जलने से बचे सामान का वहां से हटाया जा रहा है। आग बुझने के बाद फैक्ट्री मालिक और कर्मचारी नुकसान का आकलन करने में लगे रहे। दमकल विभाग की करीब छह गाड़ियां अभी एहतियात के तौर पर वहां पर खड़ी हुई हैं। 

हाइड्रोजन सिलेंडर फटते तो खंडहर में तब्दील हो जाते घर
आग लगने के दौरान फैक्ट्री में हाइड्रोजन गैस के सिलेंडर रखे हुए थे। फैक्ट्री में हुए धमाकों को लेकर अफवाह फैल रही थी कि हाइड्रोजन गैस से भरे सिलेंडर फट रहे हैं। जिससे उझानी कस्बे में दहशत का माहौल बन गया था। आस पास के गांव खाली हो गए थे। शुक्रवार को अग्निशमन विभाग द्वारा की गई पड़ताल में पता चला कि हाइड्रोजन सिलेंडर रखने के लिए फैक्ट्री में अलग गोदाम बना हुआ था। वहां पर सिलेंडर रखे हुए थे। आग उस गोदाम तक नहीं पहुंची। उससे पूर्व ही आग पर काबू पा लिया गया था। अग्निशमन विभाग के अधिकारियों की माने तो हाइड्रोजन सिलेंडर फटते तो आस पास गांव सहित उझानी कस्बे के मोहल्लों में मकान खंडहर में तब्दील हो जाते। प्रशासन ने भी माना है कि केमिकल भरे रखे ड्रम फटने से धमाके रहे थे। हाइड्रोजन सिलेंडर गोदाम तक आग नहीं पहुंची थी। 

लापता युवक का नहीं लगा सुराग, पुलिस ने खदेड़े ग्रामीण
मैंथा फैक्ट्री में करीब 170 कर्मचारी कार्य करते थे। आग लगने के दौरान वहां 40 मजदूर फैक्ट्री में बताए जा रहे थे। आग लगने के दौरान सभी मजदूर बाहर गए थे। लेकिन मुजरिया निवासी मुनेंद्र लापता है। फैक्ट्री मालिक और प्रशासन किसी भी जनहानि से इंकार कर रहा है। लेकिन परिजन मुनेंद्र की आग में जलने से मौत होना बता रहे हैं। उसके भाई योगेंद्र की माने तो जिस समय आग लगी थी। वह मुनेंद्र के साथ ही था। मुनेंद्र आग में फंस गया था। उसे बचाने के चक्कर में वह भी झुलस गया। लेकिन अपने भाई मुनेंद्र को बचा नहीं सका। शुक्रवार को भी मुनेंद्र के परिजन फैक्ट्री में उसकी तलाश करने के लिए पहुंचे थे। लेकिन वहां पर मौजूद पुलिस ने ग्रामीणों को फैक्ट्री के अंदर घुसने नहीं दिया। ग्रामीणों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई थी। लेकिन पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें खदेड़ दिया। ग्रामीणों में पुलिस और फैक्ट्री मालिक के प्रति आक्रोश पनप रहा है। 

प्रशासन ने शासन में भेजी रिपोर्ट
फैक्ट्री और सहसवान तहसील क्षेत्र के कई गांवों में लगी आग की जानकारी शासन तक पहुंची थी। शासन ने डीएम से आग लगने के कारणों सहित अन्य कई बिंदुओं पर सूचना मांगी थी। शुक्रवार को डीएम ने शासन ने रिपोर्ट भेज दी है। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने भेजी रिपोर्ट में सहसवान क्षेत्र के कई गांव में आग लगने का कारण अज्ञात बताया है। जनहानि नहीं होने की बात कही गई है। वहां पर पशु हानि होना बताया गया है। लेकिन उझानी की मैंथा फैक्ट्री को आपदा नहीं माना है। प्रशासन ने आंधी में चिमनी गिरने से आग लगने का कारण बताया है। फैक्ट्री में किसी भी जनहानि होने से इंकार किया है। जबकि फैक्ट्री में लगी आग के बाद से एक मजदूर लापता है। उसकी खोज के लिए कोई प्रयास नहीं हो रहे हैं। 

जिला अग्निशमन अधिकारी नीलू परी ने बताया कि प्रथम दृष्टया फैक्ट्री में आग आंधी में चिमनी गिरने से हुई है। आग शांत हो चुकी है। फैक्ट्री के पिछले वाले हिस्से से अभी धुआं उठ रहा है। वहां पर साफ सफाई की जा रही है। एहतियात के तौर पर छह गाड़ियां खड़ी हुई है। फिलहाल कोई खतरा नहीं है। हाइड्रोजन सिलेंडर फटने की अफवाह थी। अगर हाइड्रोजन सिलेंडर फटते तो भारी संख्या में जनहानि होती। जिला अधिकारी अवनीश कुमार राय ने बताया कि आग चिमनी के गिरने से लगी थी। कोई जनहानि नहीं हुई है। मुआवजा मिलेगा या नहीं की जानकारी की जा रही है। रिपोर्ट शासन में भेज दी गई है। 

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