72वीं ‘मिस वर्ल्ड’ बनी थाईलैंड की ओपल सुचाता चुआंगश्री, बोली- मेरे पास अन्य लोगों के उद्देश्यों को साकार करने का होगा मौका 

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Published By Muskan Dixit
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हैदराबाद। हैदराबाद में 72वीं ‘मिस वर्ल्ड’ का ताज पहनने वाली थाईलैंड की ओपल सुचाता चुआंगश्री का मानना है कि अब उनके पास अन्य लोगों के उद्देश्यों को साकार करने और प्रभावशाली बनने का अवसर होगा। 

चुआंगश्री ने शनिवार रात ताज पहनने के बाद कहा, ‘‘अब जब मुझे ‘मिस वर्ल्ड’ का खिताब मिल गया है, तो मेरे पास अन्य लोगों के उद्देश्यों को साकार करने और प्रभावशाली बनने का मौका है। मैं एक साल तक ‘मिस वर्ल्ड’ संगठन के साथ मिलकर यही काम करूंगी।’’ उन्होंने कहा कि थाईलैंड 72 साल से भी अधिक समय से ‘मिस वर्ल्ड’ के ताज का इंतजार कर रहा था। चुआंगश्री ने कहा, ‘‘थाईलैंड में मेरे लोग, हम 72 साल से अधिक समय से अपने पहले ‘मिस वर्ल्ड’ ताज का इंतजार कर रहे थे और मुझे यकीन नहीं हो रहा कि अपना पहला ताज जीतने का सम्मान मुझे मिला है। मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है, न सिर्फ खुद पर, बल्कि अपने लोगों और अपनी टीम पर भी क्योंकि उन्हीं की वजह से मैं यहां हूं।’’ 

‘मिस वर्ल्ड’ ने कहा कि वह भारत में बिताए अपने समय को हमेशा याद रखेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अभी अपने मित्रों से बात कर रही थी कि मैं इस जगह को छोड़ना नहीं चाहती क्योंकि हम जहां रह रहे थे, वह जगह, यहां के लोग, यहां का खाना और हर चीज (बहुत अच्छी है।) हम यहां आकर बहुत खुश हैं। यह एक शानदार यात्रा रही। मैंने यहां सभी के साथ यादगार समय बिताया।’’ मिस वर्ल्ड ने कहा कि हालांकि वह ‘ब्यूटी विद अ परपज’ के तहत अपनी स्वयं की परियोजना पर काम करेंगी, लेकिन साथ ही वह अन्य प्रतियोगियों की परियोजनाओं में ही सहयोग करने का प्रयास करेंगी। 

चुआंगश्री ने कहा, ‘‘मेरी परियोजना स्तन कैंसर को लेकर जागरूकता पैदा करने और महिलाओं के स्वास्थ्य पर केंद्रित है, लेकिन जैसा कि मैंने कहा, चूंकि मैं मिस वर्ल्ड हूं, मेरे पास अन्य परियोजनाओं का भी सहयोग करने का अधिक मौका होगा। मैं चयन नहीं करना चाहती। अगर मुझे सभी का सहयोग करने का मौका मिलता है, तो मैं सभी का सहयोग करना चाहती हूं।’’ 

इथियोपिया की हासेट डेरेजे एडमसु को उपविजेता घोषित किया गया। द्वितीय उपविजेता पोलैंड की माजा क्लाज्दा और तृतीय उपविजेता मार्टीनिक के ऑरेली जोआचिम रहीं। भारत की प्रतिभागी नंदिनी गुप्ता शीर्ष आठ में पहुंचने से पहले ही प्रतियोगिता से बाहर हो गईं। भारत ने मिस वर्ल्ड की तीसरी बार मेजबानी की। भारत में पहली मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता 1996 में बेंगलुरु में आयोजित की गई थी। पिछले साल दिल्ली और मुंबई ने 71वीं मिस वर्ल्ड की मेजबानी की थी। 

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