CISCE ने किया पाठ्यक्रम में बदलाव, IIT-NEET के लिए नहीं बदलना होगा बोर्ड
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लखनऊ, अमृत विचार: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के निर्देश के बाद सभी बोर्ड अपने पाठ्यक्रमों में एनसीईआरटी का विकल्प भी उपलब्ध कराएंगे। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं उनको बोर्ड बदलने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) ने अपने से संबद्ध स्कूलों में इसकी शुरुआत भी कर दिया है।
स्कूल अपनी डिमांड के अनुसार अलग से इस सिलेबस को पढ़ने के लिए बच्चों का चयन कर सकते हैं। जेईई और नीट परीक्षा का पाठ्यक्रम अन्य बोर्ड से कुछ समानता भी रखता है तो सीआईएससीई बोर्ड के पाठ्यक्रम से बिलकुल अलग है जिसके कारण वे छात्र जो इंटरमीडिएट के बाद इंजीनियरिंग या मेडिकल के क्षेत्र में जाना चाहते थे वे बोर्ड बदल लेते थे। लेकिन अब इसकी आवश्यक्ता नहीं होगी।
काउंसिल ने 2020 में नई शिक्षा नीति आने के बाद अपने सिलेबस में विस्तार करते हुए विशेष तौर पर 11वीं और 12वीं बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए एनसीईआरटी के सिलेबस के हिस्सों को अपने सिलेबस में ऐड ऑन किया है। जिससे बच्चों को अब इन प्रतियोगी परीक्षाओं को तैयारी करने के लिए स्कूल ना बदलना पड़े।
सीएमएस ने शुरू की पहल
सीआईएससीई बोर्ड इस आधार पर कार्य करता रहा है कि यदि छात्र बोर्ड में पढ़ाई भी करता है, तो वह इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी करने के लिए कोचिंग का सहारा लेता है। उन कोचिंग में बच्चों को पढ़ने के लिए अभिभावकों को मोटी फीस देनी होती है। काउंसिल की तरफ से इसकी सहमति मिलने के बाद राजधानी के सिटी मोंटेसरी स्कूल में अलग से 11वीं 12वीं के बच्चों के लिए एनसीईआरटी पेस्ट क्लासेस शुरू कर दिया है।