जनता दर्शन में पहुंच रहीं शिकायतों का फर्जी निस्तारण, मुख्यमंत्री कार्यालय ने जिलाधिकारी को भेजी चिट्ठी

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Published By Anjali Singh
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बरेली, अमृत विचार : रोज सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक कलेक्ट्रेट और तहसीलों में आयोजित होने वाले जनता दर्शन में पहुंच रहीं शिकायतों का निस्तारण फर्जी तरीके से करने के मामले सामने आए हैं। स्थानीय स्तर पर न्याय नहीं मिल पाने की वजह से जनपद के तमाम शिकायतकर्ता गर्मी में मुख्यमंत्री के दरबार में शिकायत करने के लिए लखनऊ और गोरखपुर पहुंच रहे हैं। बड़ी संख्या में लोगों के मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचने पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने जिलाधिकारी को चिट्ठी भेजी है। इसके बाद जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को शिकायतों के सही निस्तारण के सख्त निर्देश दिए हैं।

जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने कहा कि अधिकारी जनता दर्शन, थाना दिवस व समाधान दिवस में नहीं बैठ रहे हैं। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए जनता दर्शन, समाधान दिवस, थाना दिवस में उपस्थित रहकर शिकायतकर्ताओं की समस्या का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए। कहा कि जिस शिकायतकर्ता की शिकायत का निस्तारण करें, उसकी आख्या रजिस्टर में जरूर दर्ज करें। अधिकारियों को जारी की गई चिट्ठी में डीएम ने कहा कि अक्सर देखा गया कि कलेक्ट्रेट के जनता दर्शन एवं आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त होने वाले शिकायती पत्रों पर विभागाध्यक्षों के स्तर से प्राप्त होने वाली जांच आख्याएं पूर्ण एवं गुणवत्तापरक प्राप्त नहीं हो रहीं।

जिलाधिकारी ने कहा है कि अधिकांश आख्याएं शिकायतकर्ता को बिना सुने भेजी जा रहीं। जब ये आख्याएं शासन स्तर पर पहुंचती हैं, तब शिकायत का निस्तारण न होने के कारण शासन आख्याओं को सी श्रेणी में रखकर वापस भेज दे रहा है। यह स्थिति अत्यंत ही आपत्तिजनक है। आख्याओं की जिला स्तर पर समीक्षा करने पर यह संज्ञान में आया है कि शिकायतों की निस्तारण आख्याएं बिना दोनों पक्षों को सुने, राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग का आपस में बिना समन्वय के शिकायत का निस्तारण एक ही विभाग कर रहा।

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