प्रयागराज में आसमान से बरसी आफत, झोपड़ी पर आकाशीय बिजली गिरने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत
प्रयागराज, अमृत विचार। जनपद मुख्यालय से करीब 60 किमी दूर बारा थाना क्षेत्र के हल्लाबोर सोनबरसा गांव में बीती रात झोपड़ी पर आकाशीय बिजली गिरने से पति, पत्नी और दो मासूम बच्चियां जिंदा जल गईं। बस्ती में बनी झोपड़ी पूरी तरह जलकर राख हो गई। उस झोपड़ी में कुछ भी नहीं बचा। पूरा परिवार रो-रो कर बेहाल है। मृतक वीरेंद्र शादी, ब्याह में उपयोग होने वाले पत्तल, दोना बनाकर परिवार का भरण पोषण करता था।
मृतक वीरेंद्र वनवासी (40 वर्ष), पत्नी पार्वती (32) वर्ष बड़ी बेटी सोनू कुमारी (10), बेटी आंचल (8), तीसरी बेटी राधा और चौथी बेटी करिश्मा (4 ) के अलावा बाबा छोटे लाल, दादी छोटी और वीरेंद्र की दो बहने राजकली और नीता इसी बस्ती में झोपड़पट्टी डाल कर रहे थे।
शनिवार की रात वीरेंद्र और उनकी पत्नी पार्वती अपनी छोटी बेटी राधा और करिश्मा के साथ सो रहे थे, बड़ी बेटी सोनू और आंचल अपने बाबा और दादी के पास दूसरी झोपड़ी में सो रही थी। अचानक आकाशीय बिजली ने पूरे परिवार में तबाही मचा दी। आकाशीय बिजली झोपड़ी पर गिरने से पिता वीरेंद्र, मां पार्वती दो बेटियां राधा और करिश्मा जलकर राख हो गई। घटना के बाद आसपास रहने वाले परिवार के लोग, परिजन पहुंचे और रोना, पीटना शुरू कर दिया।
घटना की जानकारी मिलने पर एसडीएम बारा सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। वीरेंद्र के पिता छोटेलाल ने बताया कि पूरी बस्ती के लोग 15 साल पहले सोनवर्षा गांव के अंदर रहते थे। ग्राम समाज की जमीन पर पट्टा मिलने के बाद यहां इस बस्ती में आकर लोग रहने लगे। बस्ती में रहने वाले करीब 60 लोग एक ही परिवार के हैं। इस बस्ती में सरकार की तरफ से किसी को कोई योजना नहीं मिली है।
उन्होंने बताया कि मृतक बेटे वीरेंद्र का राशन कार्ड तक नहीं बना था। जिसकी वजह से यहां ना तो किसी को आवास मिला है और ना ही किसी को राशन मिलता था। सभी लोग बस्ती के पत्तल बनाकर बाजार में बेचते थे और कभी-कभी बड़े किसानों के यहां जाकर काम करते थे। जिससे उन्हें कुछ रुपए मिल जाते थे और परिवार चलता था। पिता छोटेलाल ने बताया कि इस घटना से मेरा सब कुछ खत्म हो गया।
