कमाई के लिए जुगाड़ : शहर में E Rickshaw के बाद मॉडीफाई E auto की भरमार, अलग से सीट जुड़वाकर यात्रियों की जान से खिलवाड़
बाराबंकी: अमृत विचार। ई रिक्शा के बाद अब ई आटो चालक भी ज्यादा कमाई के लिए हर तरह के जुगाड़ अपना रहे हैं। शहर में चल रहे ई रिक्शा, ई ऑटो व अन्य सवारी गाड़ियां तो क्षमता से ज्यादा सवारी ढो ही रही हैं, साथ ही हाईवे पर इनके चालकों ने अधिकाधिक सवारियां भरने के लिए जुगाड़ करते अलग से सीटें लगवा रखी हैं। सोमवार को अभियान में ऐसे 9 ई ऑटो का चालान हुआ। वहीं फर्जी मोटर ट्रेनिंग स्कूल से जुड़ा वाहन पकड़ कर सीज किया गया है।
पहले शहर ई रिक्शा की भरमार से कराह रहा था, परिवहन विभाग के अभियान के बाद इनकी संख्या में कमी आई तो अनुमति पर शहर में चल रहे ऑटो रिक्शा चालकों ने ज्यादा कमाई के लिए नया जुगाड़ तलाश लिया। किया यह कि बड़ी कंपनियों के बनाए गए ई ऑटो में अधिकतम चार से छह सवारी बिठाई जा सकती हैं, लेकिन चालकों ने तिकड़म भिड़ा कर चालक के पीछे नई सीट लगवा डाली, इस तरह चालक के अगल बगल दो व पीछे की जगह में दस से बारह सवारियों को ढोकर कमाई का रास्ता निकाल लिया गया। यही ओवरलोड ऑटो किसी हादसे में निर्दोष की मौत की वजह भी बन सकते हैं।
सोमवार को यातायात विभाग ने जांच अभियान चलाया तो इसका खुलासा हुआ। लखनऊ रोड पर आलापुर के पास चले अभियान में ऐसे ही नौ ई ऑटो पकड़े गए, इनके चालकों ने जमकर सवारियां भर रखी थीं। यातायात प्रभारी रामयतन यादव ने इन सभी वाहनों का चालान कर दिया। इसी बीच रोड पर चलता फिरता मोटर ट्रेनिंग स्कूल पकड़ा गया। यह स्कूल एक कार पर चलाया जा रहा था। पूछताछ में पता चला कि इस स्कूल का कहीं भी पंजीकरण नही है। इस वाहन को भी यातायात प्रभारी रामयतन यादव ने सीज कर दिया। यातायात प्रभारी रामयतन यादव ने बताया मॉडीफाई ई ऑटो व अन्य वाहनों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।
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