UP NEWS: हकीम सलाउद्दीन का दुबई कनेक्शन आया सामने, लाला के पास मिले इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का डाटा खंगाल रही पुलिस

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
On

मलिहाबाद/लखनऊ, अमृत विचारः मलिहाबाद के मिर्जागंज निवासी हकीम सलाउद्दीन उर्फ लाला का कनेक्शन दुबई व पाकिस्तान से मिले हैं। पुलिस ने लाला के लैपटॉप से कई अहम जानकारियां हासिल की। इसके आधार विदेशों में संपर्क होने की पुष्टि हुई है। लाला दिन में एक नंबर पर चार से पांच बार बात करता था। यह नंबर दुबई निवासी व्यक्ति का बताया जा रहा है। वहीं से असलहों के आपूर्ति का आर्डर आता था। पुलिस लाला के खातों, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के टेक्निकल डाटा निकलवा रही है। ताकि कई अहम जानकारी मिल सके। वहीं, पुलिस ने कस्टडी रिमांड पर लेने की तैयारी कर ली है। इसके लिए कोर्ट में आवेदन कर दिया है। सोमवार को इस पर सुनवाई है। रिमांड पर पूछताछ के बाद ही कई राज खुलेंगे।

मिर्जागंज निवासी हकीम सलाउद्दीन करीक दो दशकों से असलहा तस्करी का काम कर रहा था। अंदाजा इसी से बात लगाया जा सकता है कि दुबई से भी कनेक्शन मिला है। उस नंबर पर पुलिस ने संपर्क किया तो कुछ पता नहीं चल सका है। पुलिस को उसके लैपटॉप से कई गोपनीय जानकारी मिली। उसमें कई ऐसे नंबर मिले, जो विदेशी है। उनसे लाला की लगातार बातचीत होती थी। सलाउद्दीन उनको असलहा सप्लाई करता था। अब तक जांच में सामने आया कि सलाउद्दीन को छोटे आर्डर तो आसपास के शहर व राज्यों से मिल जाते थे। लेकिन बड़े आर्डर दुबई में बैठा साथी देता था। उन आर्डर को कश्मीर के माध्यम से पहुंचाया जाता था। ऐसे में सलाउद्दीन को लैपटाप और अन्य चीजे चलाने की जानकारी तो नहीं है। अब उसको कौन संचालित करता था। उसके बारे में पता लगाया जा रहा है। इसके साथ ही मोबाइल स्कैनिंग के लिए भेजा गया है ताकि इंटरनेट कालिंग का डाटा भी निकाला जा सके। यही नहीं उसके साथ-साथ घर के सभी सदस्यों के बैंक खातों का रिकार्ड मंगाया गया है। तमाम बिंदु एकत्रित कर पुलिस कस्टडी रिमांड के बाद सलाउद्दीन से पूछताछ की जाएगी। इस मामले में एसीपी मलिहाबाद विपिन सिंह ने बताया कि तथ्य जुटाए जा रहे हैं।

भांजे से पुलिस कर रही पूछताछ

पुलिस गिरोह के बारे में जानकारी करने के लिए सलाउद्दीन के भांजे गौस खान को उठाया है। ताकि गिरोह के बारे में पता लगाया जा सके। हालांकि पुलिस इसपर बोलने को तैयार नहीं है। पुलिस का कहना है कि काम किया जा रहा है। जल्द ही और गिरफ्तारी की जाएगी।मिर्जागंज के लोग सलाउद्दीन को एक सज्जन व्यक्ति मानते थे, जो नियमित रूप से नमाज अदा करता था। उसकी इस साफ-सुथरी छवि ने उसे अपने अवैध असलहों के धंधे पर पर्दा डालने में मदद की। पुलिस छापेमारी कर सलाउद्दीन उर्फ लाला के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं, और दोनों ही मामलों में पुलिस खुद वादी है।

यह भी पढ़ेः UP Panchayat Elections: 16 जुलाई से शुरू होगी मतदाता सूची की अद्यतन प्रक्रिया, 2026 में होंगे त्रिस्तरीय चुनाव

संबंधित समाचार