अमृत विचार-आपके द्वारः तार पर निकल रहे आम, नो वेंडिंग जोन में फलमंडी से जाम

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार : जब जिम्मेदार अपनी आंखें मूंद लेते हैं तो कुछ इसी तरह का अराजक नजारा देखने को मिलता है। बिजली के मोटे-मोटे तारों पर आम लटक रहे हैं तो नो वेंडिंग जोन में फल मंडी लगी हुई है। पूरी सड़क पर कब्जा कर हांका लगा खुलेआम फलों की बिक्री जारी है। कोई रोकने-टोकने वाला नहीं। भीषण जाम लगे जिम्मेदारों के ठेंगे पर। यह हाल महात्मा गांधी-विक्रमादित्य वार्ड के उदयगंज का है। अतिक्रमण और जाम यहां के लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बन गए हैं। हिम्मत देखिए खुलेआम नो वेंडिंग जोन में ही मुख्य मार्ग के दोनों ओर आधी सड़क तक दुकानें सजी हुई हैं। इससे कैंट रोड, हुसैनगंज चौराहे से सिंचाई विभाग मुख्यालय की ओर जाना मुश्किलों भरा है। जाम लगने पर अगर ठेला पीछे करने को कहा समझो मुसीबत मोल ले ली। अवैध रूप से सजी आम, फल और सब्जी मंडी के दुकानदार अभद्रता पर उतारू हो जाते हैं।

नगर निगम और पुलिस के जिम्मेदारों को सब पता है। लेकिन जुगाड़ और प्रतिदिन होने वाली ''कमाई'' की वजह से सुबह तो ठेला हटाने की कवायद होती है। थोड़ी देर बाद ही वह फिर अपनी जगह पर पहुंच जाते हैं। इस औपचारिक कार्रवाई के बीच पिसते हैं यहां से गुजरने वाले लोग। यही नहीं मुख्य मार्ग पर एक ही जगह लाइन से तीन-तीन शराब के ठेके जाम की समस्या और बढ़ा रहे हैं। शाम होते ही यहां शराबियों का जमावड़ा लग जाता है। जिससे अराजकता का माहौल बना रहता है। ''अमृत विचार आपके द्वार'' की टीम जब पहुंची तो स्थानीय लोगों ने समस्याएं दिखाईं।

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घर के सामने लगा दिए दो ट्रांसफार्मर, निकलें तो कहां से

उदयगंज में ही मुख्य मार्ग पर बिजली विभाग ने एक दुकान और घर के सामने ही दो-दो ट्रांसफार्मर लगा दिए हैं। ट्रांसफर से कभी चिंगारी निकली तो धमाका होना भी तय है लेकिन बिजली विभाग को इस ओर देखने की फुरसत नहीं है। भवन स्वामी ने अपने परिवार को वहां से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट कर घर को गोदाम बना दिया है। दो ट्रांसफार्मर के बीच महज पांच फिट के रास्ते से जान हथेली पर लोग निकलते हैं। रिहायशी भी कम ''हिम्मती'' नहीं हैं। वह उन्हीं ट्रांसफार्मर के बीच से गुजरकर अपनी फल वाली कैरेट उसी के कोने में लगा देते हैं। 

दुकानों के आगे सिर तक लटक रहे केबिल के तार

मुख्य मार्ग पर ही दुकानों के सामने केबिल और बिजली के तार सिर तक लटक रहे हैं। दुकानदारों से लेकर ग्राहक सिर झुकाकर ही दुकान तक पहुंच पाते हैं। टेलीकॉम कंपनियों के तार और बिजली के केबिल को एक बंडल बनाकर लटका दिया गया है। दुकानदार इसके लिए कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।

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पार्क के बाहर बना दिया टॉयलेट, ईंट लगा कर दिया बंद

उदयगंज में एक पम्पिंग स्टेशन जो बंद हो चुका है। उसकी दीवार से लगा एक ओपेन पब्लिक टॉयलेट को ईंट लगा बंद कर दिया है। इससे लोग खुले में टॉयलेट करने को मजबूर हैं। इसके अलावा पम्पिंग स्टेशन के अंदर ही बिजली का ट्रांसफार्मर भी रखा है। यहां थोड़ी खाली जगह है, जिसमें क्षेत्रीय लोग पार्टी करते हैं। लेकिन गंदगी छोड़ देते हैं। जबकि मोहल्ले के बच्चे यहां खेलते हैं। इससे बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है।

बर्फखाना मोहल्ले में तीन दिन से नहीं आ रहा पानी

उदयगंज के बर्फखाना मोहल्ले में तीन दिन से पानी नहीं आ रहा है। इससे भीषण गर्मी के बीच लोगों को पीने के पानी से लेकर रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए तक समस्या हो रही है। घरों से दूर लगी टंकियों से लोग पानी लाने को मजबूर हैं। जलकल विभाग की लापरवाही से क्षेत्रीय निवासी परेशान हैं। उन्होंने इसकी शिकायत पार्षद अमित चौधरी से की है। लेकिन अभी समस्या का समाधान नहीं हुआ है।

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रविवार को नहीं आते सफाईकर्मी, सड़क पर गंदगी

नगर निगम के सफाईकर्मी रविवार को छुट्टी मनाते हैं। कर्मचारी के न आने पर मुख्य मार्ग से लेकर गलियों में कूड़े के ढ़ेर लग जाते हैं। क्षेत्रीय निवासियों का कहना है कि नालियों की सफाई भी नहीं होती। नालियां पुरानी और जर्जर हो चुकी हैं, जिससे नालियों का गंदा पानी सड़क पर बहता है।

सड़क पर गाड़ियां खड़ी कर चले जाते हैं वाहन स्वामी, जाम तो लगेगा ही

उदयगंज में मुख्य मार्ग पर लाइन से तीन शराब के ठेके हैं। इन ठेकों के बाहर शाम को शराबियों का जमावड़ा लग जाता है। लोग सड़क पर ही इधर-उधर वाहन खड़े करके शराब की दुकान पर चले जाते हैं और कई लोग सड़क पर ही वाहन खड़े कर शराब पीते हैं। इससे सड़क पर लंबा जाम लग जाता है।

बोले उदयगंज वासी

-यहां सफाई कैसी होती है कई जगह लगे कूड़े का ढेर देखकर अंदाजा लगा सकते हैं। नगर निगम कर्मचारी नियमित नहीं आते हैं। गंदगी हर ओर फैली मिलेगी। -दिनेश यादव

-हुसैनगंज चौराहे से लेकर उदयगंज हनुमान मंदिर तक रोजाना विकराल जाम लगा रहता है जिसकी वजह से स्थानीय नागरिकों से लेकर राहगीरों को परेशानी होती है। –राकेश पाल

-यहां जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा रहता है जिससे बीमारियां फैलती हैं। नगर निगम के कर्मचारी सिर्फ आकर खानापूरी कर चले जाते हैं। हर ओर गंदगी दिखती है। –अनिल कुमार

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-क्षेत्र की नालियां जाम हैं। सिल्ट से नालियां पटी हैं। नतीजा सड़क पर पानी बहता है। बारिश का मौसम चल रहा है। ऐसे में बारिशभर इसी समस्या से जूझना पड़ेगा। -जावेद

-नालियों का गंदा पानी घरों के अंदर आ जाता है जिससे घर का सामान खराब होता है। अगर नालियां साफ हों तो पानी गंदा पानी निकल जाए। मगर कोई सुनने वाला नहीं। –आरिफ

-बिजली के तार नीचे तक लटकते रहते हैं जिसकी वजह से लोगों की जिंदगी खतरे में बनी रहती है। कई बार बिजली विभाग में शिकायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। –सलीम

मेरे घर के दोनों तरफ बिजली के ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं इससे आने-जाने में परेशानी होती है। साथ ही दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है। बारिश के मौसम में खतरा बढ़ जाता है। –शाबिर

-नालियां जर्जर और टूटी हुई हैं। नालियों का गंदा पानी सड़क पर रहता है। लोगों का चलना दुश्वार रहता है। पैदल तक चलना मुश्किल लेकिन सब आंखें मूंदे रहते हैं। -सुभाष चन्द्रा

-खंभे को सड़क पर लगा दिया गया है। आवागमन में परेशानी होती है। टेलीफोन बाक्स भी लगा रखा है जिसका कोई उपयोग नहीं है। फिर हटाया नहीं जा रहा है। –शिव कुमार जायसवाल

-पार्क नशेड़ियों का अड्डा बन गया है। परिवार के साथ जा नहीं सकते हैं और न ही बच्चे खेलने जा सकते हैं। पार्क में अराजकतत्वों का जमावड़ा रहता है। बच्चे पार्क में कौन भेजेगा। -पप्पू

-यहां पर शराब की तीन दुकान एक क्रम में ही खुली हुई हैं जिससे शराबियों का जमावड़ा हमेशा लंबी दूरी तक बना रहता है और आये दिन लड़ाई-झगड़ा होता है। अराजक माहौल है। -वसीम

-शराबियों की वजह से महिलाओं और लड़कियों का निकलना दुश्वार है। शराबी नशे में महिलाओं और लड़कियों को अश्लील फब्तियां कसते है। पुलिस झांकती तक नहीं। –शकील

-यहां ठेले-खोमचे वालों ने सड़क पर अतिक्रमण कर रखा है जिससे रोजाना जाम की स्थिति बनी रहती है। अतिक्रमण एक बड़ी समस्या है। मार्ग पर कब्जा लोग चलें तो कहां –आबिर हुसैन

पार्षद की गली में ही गंदगी का अंबार लगा हुआ है तो आम जनता का क्या हाल होगा। साफ सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूरी होती है। कोई ध्यान देने वाला नहीं। –गुड्डू

-नालियों में सिल्ट जमा है जिसकी कई वर्षों से सफाई नहीं हुई है। यहां फागिंग भी नहीं होती है। मच्छर जनित बीमारियां फैलने का मौसम है। कोई तो अपनी जिम्मेदारी निभाए।–परवेज अहमद

-टोंटियों से गंदा पानी आता है जो पीने योग्य नहीं होता है। पानी की टंकी घर से दूर है जहां से रोज पानी ढोना पड़ता है। सुबह और शाम के वक्त की यही दिनचर्या हो गई है। –फैजू हसन

सफाईकर्मी रविवार को नहीं आते फिर भी सफाई रखने का प्रयास किया जाता है। मंडी रामलीला ग्राउंड में शिफ्ट हो जाए तो जाम से राहत मिल जाएगी। पटरी दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन ओवरब्रिज के नीचे बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।

अमित चौधरी, पार्षद महात्मा गांधी-विक्रमादित्य वार्ड

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