Bareilly: आदिनाथ चौक से आईवीआरआई तक बनेगा थ्री डी कॉरिडोर
बरेली, अमृत विचार। महापौर डॉ. उमेश गौतम की अध्यक्षता में बुधवार की शाम को 15वें वित्त के तहत अनटाइड और टाइड फंड से मिली धनराशि को लेकर बैठक हुई। इसमें विभिन्न कार्यों के लिए 103 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई। प्रमुख कार्यों में आदिनाथ से आईवीआरआई रोड पर थ्री डी कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके साथ ही 5 मलिन बस्तियों का भी कायाकल्प कराने की मंजूरी दी गई।
महापौर कार्यालय में हुई बैठक में विकास कार्यों के लिए दिए गए अनटाइड और टाइड फंड के बारे में महापौर डा. उमेश गौतम ने बताया कि टाइड फंड को विशिष्ट कार्यों के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है, जबकि अनटाइड फंड का इस्तेमाल किसी भी विकास कार्य के लिए किया जा सकता है। इसके तहत 103 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की गई है। इसे पेयजल, सीवर समेत जल निकासी, पर्यावरण संरक्षण और कूड़ा निस्तारण पर खर्च किया जाएगा। साथ ही नई सड़कों की मरम्मत का काम होगा। नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि जो बजट स्वीकृत हुआ है उसके कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू होगी, ताकि विकास को रफ्तार मिले। बैठक में अपर नगर आयुक्त शशिभूषण राय, मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी, अधिशासी अभियंता राजीवरा ठी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. भानु प्रकाश आदि मौजूद रहे।
बजट एक नजर में
103 करोड़ का बजट स्वीकृत
42 करोड़ टाइड फंड के
40 करोड़ अनटाइड फंड के
18 करोड़ रुपये अवस्थापना निधि
थ्री डी कॉरिडोर से नाथ नगरी की होगी अलग पहचान
महापौर डा. उमेश गौतम ने बताया कि शहर के विकास के लिए नया काम होने जा रहा है। पहले चरण में आदिनाथ रोड से आईवीआरआई मार्ग पर थ्री डी कॉरिडोर तैयार होगा। यहां पर मार्ग के सौंदर्यीकरण के लिए एक करोड़ रुपये से अधिक खर्च किया जाएगा। सड़क के दोनों ओर शिव के विभिन्न स्वरूपों के चित्र, लाइटिंग की व्यवस्था होगी। ताकि नाथ नगरी की अलग हटकर पहचान बन सकें। इसके बाद दूसरे फेज के लिए कार्ययोजना तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि थ्रीडी मॉडल का उपयोग करके नगर निगम शहर के विकास के लिए बेहतर काम कर रहा है। सड़कों, पार्कों और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं का पूरा ख्याल किया जा रहा है।
पुराने आवास तोड़कर बनेगा आवासीय कांप्लेक्स
नगर निगम में हुई बैठक में सड़कों पर 40 करोड़ रुपये, पेयजल व्यवस्था 20 करोड़ रुपये और कूड़ा निस्तारण के कार्यों पर 20 करोड़ रुपये खर्च करने पर सहमति बनी। रामपुर गार्डन में स्थित कर्मचारियों और अधिकारियों के वर्षों पुराने सरकारी आवासों को तोड़कर नया आवासीय कांप्लेक्स बनाने के लिए दस करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे, जबकि कुर्मांचल नगर में जलभराव की समस्या के हल के लिए नाला निर्माण किया जाएगा।
