बदायूं: उड़ीसा से खरीदकर सप्लाई करते थे गांजा, दो आरोपी गिरफ्तार, एक फरार

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Published By Monis Khan
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बदायूं, अमृत विचार। मादक पदार्थ तस्करी के मामले में अलापुर पुलिस को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। तस्करी करने के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि उनका एक साथी फरार हो गया। पकड़े गए आरोपियों के पास से 75.89 किग्रा अवैध गांजा, कार, तीन मोबाइल फोन और 1920 रुपये बरामद किए।

गांजा की कीमत लगभग 20 लाख रुपये है। वह दोनों उड़ीसा से गांजा खरीदकर लाते थे और बदायूं सप्लाई करते थे। पुलिस ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस समेत विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करके जेल भेजा है। पुलिस फरार आरोपी की तलाश कर रही है।

अलापुर के थाना प्रभारी उदयवीर सिंह को शनिवार को मुखबिर ने अवैध काम करने वाले लोगों के बारे में बताया। पुलिस उसके बताए स्थान अलापुर से हसनपुर-हुरियाई जाने वाले मार्ग पर पहुंची। मुखबिर के बताने के बाद पुलिस ने एक कार यूपी 32 केबी 8201 में सवारों को रुकने के लिए इशारा किया। चालक ने कार की गति बढ़ाकर भागना चाहा लेकिन पुलिस ने कार रोक ली। इससे पहले कार सवार एक युवक खिड़की से भाग गया।

पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया। जिसमें एक ने अपना नाम अलापुर क्षेत्र के गांव आसपुर निवासी आलिम पुत्र विदरीस उर्फ भड़क्का, गांव फरीदपुर निवासी पवन पुत्र अजयपाल बताया जबकि कार से भागने वाला उनका साथी उसहैत थाना क्षेत्र के गांव मसूदपुरा निवासी मुकर्रम पुत्र नन्हे है। पुलिस को कार की डिग्गी से गांजा बरामद हुआ। कार से बरामद हुए दो फोन भागने वाले मुकर्रम के हैं। 

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह लोग उड़ीसा से सस्ते दाम पर गांजा खरीदकर लाते हैं और बदायूं में ज्यादा दाम पर चलते-फिरते लोगों को बेचते हैं। काफी दिनों से वह यह काम करते आ रहे हैं। वह तीनों लोग उड़ीसा से गांजा लेकर आ रहे थे। पुलिस के डर से उन्होंने फोन बंद कर दिए थे। जरूरत होने पर ही खोलते थे। पुलिस को देखते ही मुकर्रम भाग गया था लेकिन भागने के प्रयास के दौरान आलिम का जूता फंस गया था। 

पवन कुछ दिन पहले ही उनसे जुड़ा था। लालच देने पर वह उनकी बातों में आ गया था। आलिम पर पहले भी एनडीपीएस और फरार मुकर्रम के खिलाफ एनडीपीएस व आर्म्स एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई हो चुकी है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में थाना प्रभारी के साथ वरिष्ठ उपनिरीक्षक रामनाथ कनौजिया, सर्विलांस प्रभारी धर्वेंद्र सिंह, एसओजी प्रभारी राजेश कौशिक, उपनिरीक्षक देवेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबिल ललित, कांस्टेबिल मुनासिब पासा, हरेंद्र, श्यामवीर सिंह रहे।

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