बदायूं: अवैध आरा मशीनों पर वन विभाग की सख्ती, सत्यापन शुरू
बदायूं, अमृत विचार। वन विभाग ने जिले में अवैध आरा मशीनों पर कार्रवाई की तैयारी कर ली है। जिले में कुल 104 आरा मशीनें पंजीकृत हैं, जबकि सात मशीनों का रजिस्ट्रेशन होना बाकी है। विभाग ने साफ किया है कि पंजीकरण के बिना संचालित किसी भी मशीन को चिन्हित कर उसे जब्त कर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
डीएफओ डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि पांच हजार हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र वाले जिले में कटान की घटनाओं पर रोक लगाने को सख्ती बरती जा रही है। इसके बावजूद सहसवान क्षेत्र के मालपुर ततेरा जंगल से चोरी-छिपे पेड़ काटकर आरा मशीनों पर भेजे जाने की शिकायतें मिल रही हैं। इसको देखते हुए पूरे जिले की आरा मशीनों का पुनः सत्यापन शुरू किया गया है।
उन्होंने बताया कि सहसवान, बिल्सी, बिसौली, दातागंज, उसहैत, उसावा म्याऊ, हजरतपुर और अलापुर समेत अन्य वन क्षेत्रों के रेंजरों को अपने-अपने क्षेत्रों में जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। कहीं भी अवैध आरा मशीन मिलने पर उसे तत्काल सील कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डीएफओ ने बताया कि इसी माह में सत्यापन का कार्य पूरा कराया जाएगा। मशीनों का रजिस्ट्रेशन न होने तक संचालन प्रतिबंधित रहेगा।
पौधरोपण अभियान जारी, 55 लाख पौधे रोपे
डीएफओ डॉ. वर्मा ने बताया कि एक जुलाई से शुरू हुआ पौधरोपण अभियान तेजी से चल रहा है। अब तक 55 लाख से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। विभाग के अधिकारी पौधारोपण स्थलों का निरीक्षण कर स्थानीय लोगों को पौधों की सुरक्षा के लिए जागरूक कर रहे हैं। ग्राम प्रधानों व सचिवों को पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
