पीलीभीत: कानपुर चिड़ियाघर बनेगा रेस्क्यू की गई बाघिन का नया ठिकाना, परीक्षण के बाद शासन को भेजी थी रिपोर्ट
पीलीभीत, अमृत विचार: पीटीआर मुख्यालय के सेफ हाउस में पिछले 24 घंटे से पिंजड़े में कैद बाघिन का नया ठिकाना कानपुर चिड़ियाघर होगा। रेस्क्यू करने के बाद पशु चिकित्सकों के पैनल द्वारा बाघिन का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसके बाद वन अफसरों ने अपनी संयुक्त रिपोर्ट शासन को भेजी थी। शासन ने रेस्क्यू की गई बाघिन को कानपुर चिड़ियाघर भेजने के फरमान जारी किया है।
जनपद के न्यूरिया क्षेत्र में तीन इंसानों को निवाला बनाने वाली हमलावर बाघिन को बीते गुरुवार को 13 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन थर्ड आई के दौरान ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया गया था। पिंजड़े में कैद बाघिन को पीटीआर मुख्यालय के सेफ हाउस में रखा गया था। बाघिन के रेस्क्यू किए जाने की सूचना गुरुवार शाम ही शासन को भेज दी गई थी। रेस्क्यू करने के बाद पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दक्ष गंगवार एवं कानपुर चिड़ियाघर के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. मोहम्मद नासिर द्वारा बाघिन का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था। इधर शुक्रवार को भी दोनों चिकित्सा अधिकारियों ने बाघिन का स्वास्थ्य परीक्षण किया। परीक्षण के दौरान बाघिन पूरी तरह से स्वस्थ पाई गई। जिसके बाद बाघिन के व्यवहार, स्वास्थ्य और पूर्व में उसके द्वारा किए गए हमलों की समीक्षा कर पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह, वन एवं वन्यजीव प्रभाग के डीएफओ भरत कुमार डीके समेत दोनों पशु चिकित्सा अधिकारियों की संयुक्त रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के माध्यम से प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव अनुराधा वेमुरी को भेजी गई थी। इधर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव ने बाघिन को कानपुर चिड़ियाघर भेजने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद वन अफसर कानपुर चिड़ियाघर के अधिकारियों से संपर्क में जुट गए हैं। संभावना जताई जा रही है कि शुक्रवार देर शाम तक बाघिन को स्थानीय वन अफसर एवं कानपुर चिड़ियाघर के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. मोहम्मद नासिर के नेतृत्व में रवाना कर दिया जाएगा।
