कानपुर: जीटी रोड पर जरा संभलकर, कहीं टूटी सड़क पर हड्डी न टूट जाए, जानिए क्या बोले पीड़ित...

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Published By Deepak Mishra
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कानपुर, अमृत विचार। जीटी रोड पर टूटी सड़क पर जलभराव वाले गड्ढों से जरा बचकर निकलना क्योंकि यहां सड़क के खस्ताहाल होने की वजह से कोई दिन ऐसा नहीं होता, जिस दिन हादसे नहीं हों। कोई न कोई कभी दो पहिया वाहन पलट जाता तो कभी कोई ई रिक्शा पलटने से लोग चुटहिल हो रहे हैं

अफीम कोठी से जब आप जरीब चौकी की ओर चलेंगे तो सिटी क्लब के पास से ही जीटी रोड की खस्ताहाल दिखाई दे जाएगा। सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे, जलभराव, बजरी उखड़ी दिख जाएगी। यहां दो पहिया वाहन की गति थोड़ा भी तेज हुई तो पलट जाता है। ई रिक्शा या ठेलिया पर लोड लादकर चलने वाले पल्लेदार भी परेशान हैं। ये सड़क पिछले 6 माह से खराब है लेकिन किसी को सुधि नहीं आ रही है।

क्या बोले क्षेत्रीय पीड़ित....

पंकज गुप्ता- खराब सड़क के कारण आए दिन कोई न कोई ई रिक्शा या बाइक, स्कूटी सवार गिरते रहते हैं। कई बार लोगों के हाथ पैर टूट चुके हैं। कई बार मलवा डालकर जिम्मेदार पल्ला झाड़ लेते हैं लेकिन उसी मलवा में  ही तमाम लोग गिर जाते हैं।

अकरम- जीटी रोड पर गड्ढे में ई रिक्शे बहुत पलटते हैं। यू टर्न होने की वजह से ट्रैफिक सिपाहियों की ड्यूटी रहती है लेकिन सड़क खराब है तो ट्रैफिक वाले क्या करेंगे। गर्मी के दिनों में इतनी धूल उड़ती है तो लोग धूल में नहा उठते हैं।

विजय सिंह- जिस दिन उपमुख्य मंत्री का काफिला इसी टूटी सड़क से निकला था तो काफिले के साथ स्कूटी से जा रहे दो युवक इसी खराब सड़क पर गिरकर बुरी तरह चुटहिल हो गए थे। अधिकारी भी इधर से निकलते हैं लेकिन अपनी आंखें बंद रखते हैं।

अब्दुल मजीद- ठेला पर सरिया, लोहा, भारी भरकम सामग्री लादकर पल्लेदार जब गड्ढे में पहुंचते हैं तो ठेलिया निकालने में हालत खराब हो जाती है। जीटी रोड होने के कारण इतने वाहन चलते हैं कि कुछ ही देर में जाम लग जाता है। सड़क को जल्द बनाना चाहिए ताकि हादसों को रोका जा सके।

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