शारदा नदी का जलस्तर बढ़ा, बझेड़ा में बांध को पार कर गया बाढ़ का पानी

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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मूड़ा सवारान, अमृत विचार। तराई क्षेत्र में दो दिनों से हो रही लगातार बारिश और बनबसा बैराज से छोड़े गए पानी के बाद से शारदा नदी का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ गया है। शारदा नदी का पानी सड़कों पर चलने लगा, जिससे बाढ़ प्रभावित गांवों में हड़कंप मच गया। वहीं बझेड़ा गांव में बने बांध को बाढ़ का पानी पार कर गया। जिससे गांव में ग्रामीणों के घरों में बाढ़ का पानी भर गया है। ग्रामीणों ने बताया कि स्थिति देखकर यह लगता है कि इस बार बझेड़ा गांव का अस्तित्व मिट जाएगा।

तहसील गोला क्षेत्र में बह रही शारदा नदी इस समूचे क्षेत्र को दशकों से प्रभावित करती चली जा रही है। फिर चाहे वह गांव हो या फिर सैकड़ों एकड़ जमीन सभी कुछ शारदा के आगोश में प्रतिवर्ष समाता रहता है। कुछ गांव ऐसे हैं जिन पर हर वर्ष बाढ़ की त्रासदी के बादल छाए रहते हैं। सोमवार से हो रही बारिश और बैराज से छोड़े गए पानी से शारदा का जलस्तर बढ़ने के साथ नदी एक बार फिर उफना गई है। खेत जलमग्न हो गए हैं। शारदा नदी का पानी तटवर्तीय गांवों में घुस गया है। 

गांवों तक पहुंचने वाले सभी संपर्क मार्ग जलमग्न हो गए हैं। स्कूलों में पानी भर गया है। गांव जौहरा, गुजारा, सिंधिया, रामनगर कलां, मेहंदी, रूरा सुल्तानपुर, बेलहा, सिकटिहा, हजूर पुरवा, रेवतीपुरवा, बेचेपुरवा, दौलतापुर, दंबल टांडा आदि गांवों के ग्रामीणों की धड़कनें बढ़ गई हैं। करसौर गांव में अब तक दर्जनों मकान नदी में समा चुके हैं। ग्रामीण पलायन करने को विवश हैं। शारदा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखकर प्रशासन अलर्ट मोड में है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर नदी का जलस्तर से शीघ्र ही कम न हुआ तो खेतों में लगी फसलें बर्बाद हो जाएंगी। मंगलवार को गोला एसडीएम युगांतर त्रिपाठी, तहसीलदार भीमसेन, कानूनगो सर्वेश यादव, लेखपाल राजीव वर्मा आदि ने मौका मुआयना कर बाढ़ पीड़ितों के लिये भोजन आदि की व्यवस्था कराई है।

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