टूरिस्ट वीजा खत्म होने के 8 माह बाद दुबई से पहुंचा लखनऊ, फर्जी पासपोर्ट के आरोप में इमिग्रेशन अधिकारी ने किया गिरफ्तार
लखनऊ, अमृत विचार: चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार को इमिग्रेशन अधिकारी ने जांच के दौरान दुबई से आए एक यात्री को पुराने पासपोर्ट की जानकारी छिपाकर दूसरा पासपोर्ट बनवाने के आरोप में पकड़ा गया। पूछताछ के बाद इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसे सरोजनीनगर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने पासपोर्ट अधिनियम और धोखाधड़ी समेत गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज भेजने के साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है।
इमिग्रेशन अधिकारी गोवर्धन त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार सुबह करीब 8:32 बजे वह आगमन विंग में काउंटर संख्या A-27 पर मौजूद थे। तभी दुबई से आई एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट (आईएक्स-194) से यात्री मोहम्मद इजहार इमिग्रेशन क्लीयरेंस के लिए पहुंचा। जांच में पाया गया कि यात्री 12 नवंबर 2024 को पर्यटन वीजा पर दुबई गया था, लेकिन वह वीजा अवधि के दौरान वापस नहीं लौटा।
8 महीने बाद 4 अगस्त वापस लौटने पर उससे पूछताछ की गई तो गलत जानकारी देकर गुमराह करने लगा। सख्ती करने पर पता चला कि वह इससे पहले भी एक पासपोर्ट बनवा चुका है, लेकिन पुराने पासपोर्ट का लिंक नए पासपोर्ट के साथ नहीं था। जांच में सामने आया कि इजहार को पहले भी एक पासपोर्ट जारी किया गया था। यह पासपोर्ट (संख्या J2690381) 18 अगस्त 2010 को लखनऊ से जारी हुआ था। उस पासपोर्ट में जन्म तिथि 6 अप्रैल 1988 और नाम इजहार अहमद पुत्र आजाद हुसैन दर्ज था। वर्तमान पासपोर्ट (संख्या W8316463) 3 मार्च 2023 को लखनऊ से जारी किया गया। इसमें जन्मतिथि 16 जुलाई 1995 और नाम मोहम्मद इजहार पुत्र मोहम्मद आजाद दर्ज है।
सख्ती से पूछताछ करने पर पता चला कि पहला पासपोर्ट बिना मार्कशीट के सिर्फ बिजली के बिल और बैंक खाते के आधार पर बनवाया था। दूसरा पासपोर्ट हाईस्कूल पास करने के बाद बनवाया गया था। इसके बाद इमिग्रेशन अधिकारियों ने आरोपी यात्री को सरोजनीनगर पुलिस के हवाले करते हुए उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। इंस्पेक्टर सरोजनीनगर राजदेव प्रजापति ने बताया कि फिलहाल आरोपी इजहार को जेल भेज दिया गया है।
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