मुरादाबाद: स्थिति नियंत्रण में...शांत हुआ रामगंगा का रौद्र रूप, जलस्तर में आई कमी
बाढ़ से फसलों और संपत्ति का भारी नुकसान, हजारों बीघा फसल नष्ट
मुरादाबाद, अमृत विचार। कई दिनों से नदियों के बढ़े जलस्तर से जिले में बाढ़ की स्थिति से लोगों को काफी नुकसान हुआ। घरों में रखा सामान नुकसान होने के साथ ही हजारों बीघा फसल नष्ट होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। हालांकि शनिवार को रामगंगा का जलस्तर घटते क्रम में रिकॉर्ड किया गया। जिससे बाढ़ बचाव व राहत कार्य में जुटे अधिकारियों व कर्मचारियों को सहूलियत मिली।
बाढ़ खंड विभाग के अधिशासी अभियंता के अनुसार शुक्रवार रात दो बजे से चार बजे तक रामगंगा का जलस्तर 191.45 से 191.46 मीटर के बीच स्थिर रहा। सुबह 4 बजे से पानी का स्तर धीरे-धीरे कम होना शुरू हुआ। सुबह 8 बजे तक जलस्तर घटकर 191.40 मीटर पर पहुंच गया और केंद्रीय जल संसाधन विभाग द्वारा कटघर पुल के नीचे लगाए गए गेज के अनुसार सुबह 10 बजे यह और घटकर 191.39 मीटर रह गया। अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर में कमी का रुझान जारी है, हालांकि अभी पूरी तरह से सामान्य होने में समय लग सकता है। फसलों और संपत्ति का भारी नुकसान पहुंचा है। हालांकि अब रामगंगा का पानी उतरने लगा है, लेकिन जिले के कई क्षेत्रों में बर्बादी के निशान छोड़ गया है। किसानों की हजारों बीघा धान, मक्का और सब्जियों की फसल बर्बाद हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई घर और कच्ची सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
ताजपुर माफी में मदद के नाम पर मुनाफाखोरी
ताजपुर माफी में बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने और उनका सामान निकालने के लिए ट्रैक्टर चालक सक्रिय हो गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ ट्रैक्टर चालक जरूरत का फायदा उठाकर मोटा किराया वसूल रहे हैं, जिससे प्रभावित लोग और परेशान हो रहे हैं। प्रशासन की अपील प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सावधानी बरतें। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और मलबा हटाने का कार्य शुरु किया जाएगा ।
जलस्तर घटने का क्रम
शुक्रवार रात 2-4 बजे- 191.45-191.46 मीटर
सुबह 4 बजे- पानी कम होना शुरू
सुबह 8 बजे- 191.40 मीटर
सुबह 10 बजे- 191.39 मीटर
