मुरादाबाद: नरौरा में खतरे का निशान पार कर गांवों तक पहुंचा गंगा का पानी
बबराला, अमृत विचार। जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी होने से गंगा ने रौद्र रूप अख्तियार कर लिया है। राजघाट में गंगा हाई फ्लड लेवल तक पहुंच गई है तो नरोरा बैराज पर गंगा का जलस्तर डैंजर लेवल से पांच फुट से भी ऊपर तक जा पहुंचा है। इस बीच गंगावास के पास बांध में दरार से प्रशासन के हाथ पैर फूल गए। जुनावई में कई गांव की आबादी तक गंगा का पानी पहुंच गया है।
शुक्रवार आधी रात से गंगा में पानी बढ़ने की रफ्तार शुरू हुई। शनिवार सुबह आठ बजे स्ट्रीम से जल निकासी 2,81,676 क्यूसेक दर्ज की गई। इसके बाद जलस्तर तेजी से बढ़ना शुरू हुआ और दो घंटे में ही जल निकासी बढ़ते हुए 3,05,041 क्यूसेक प्रति सेकंड तक पहुंच गई। इस बीच, शनिवार को नरोरा से राजघाट के बीच गांव गंगावास के पास गंगा बांध में चौड़ी दरार पड़ने की खबर से प्रशासन के हाथ-पांव फूले।
सूचना मिलते ही एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा, तहसीलदार रविन्द्र विक्रम, सिंचाई विभाग के एसडीओ अंकित सिंह व थाना प्रभारी अखिलेश प्रधान मौके पर जा पहुंचे। ग्रामीण मजदूरों की मदद से प्लास्टिक बैगों में मिट्टी भरकर दो घंटे में दरार पाट दी गई। एसडीएम ने सिंचाई, राजस्व और पुलिस विभाग की टीमों को बांध की सतत निगरानी और पेट्रोलिंग के निर्देश दिए हैं। सिंचाई विभाग के अभियंता अंकित सिंह ने बताया कि से ही जानवर द्वारा गहरे बिल बनाने से दरार जैसी स्थिति बनी। अलबत्ता, फिलहाल सब ठीक है।
इंसेट
साधुमढ़ी आश्रम में भरा पानी
गंगा का पानी निचले इलाके की ओर रूख कर चुका है। बांध के अंदर गांवों के बाहर तक पानी पहुंच गया है। जुनावई क्षेत्र के प्रसिद्ध साधुमढ़ी आश्रम में भी सैलाब का पानी भर गया है। लिहाजा प्रशासन ने चौकसी बढ़ा दी है। तहसीलदार रविन्द्र विक्रम ने बाढ़ संभावित गांवों का भ्रमण कर हालात का जायजा लिया। पानी से सड़क से राजघाट शांति उपवन को जाने वाली सड़क जलमग्न हो गई है। घाट पर शवदाह स्थल पर स्थान सीमित होने के कारण दाह संस्कार बारी-बारी से हो रहा है। नदी का पानी तटीय गांवों में घुसने से फसलें डूब गई हैं। उधर, गंगा के जलस्तर में तेज वृद्धि होने से रेल प्रशासन अलर्ट है। बरेली- अलीगढ़ रेल लाइन पर राजघाट गंगा पुल पर ट्रेनों का संचालन धीमी गति से किया जा रहा है। बाढ़ जैसे हालात के बीच ग्रामीणों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है।
