राहुल गांधी से हलफनामा मांगे जाने पर अखिलेश यादव का पलटवार: पहले पुराने एफिडेविट्स का जवाब दे चुनाव आयोग
नई दिल्लीः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारत निर्वाचन आयोग पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन किया है। राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने उनसे हलफनामा मांगा है। इस पर अखिलेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आयोग को पहले उन शपथपत्रों का जवाब देना चाहिए, जो पहले दाखिल किए गए थे। अखिलेश ने सवाल उठाया कि 18 हजार वोट कटने के मामले में आयोग ने क्या कदम उठाए?
फास्टेस्ट ट्रैक कोर्ट की मांग
अखिलेश ने अपनी पोस्ट में लिखा कि चुनावी मुद्दों के समाधान के लिए न केवल फास्ट ट्रैक कोर्ट, बल्कि 'फास्टेस्ट ट्रैक कोर्ट' की जरूरत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि समयबद्ध कार्रवाई ही लोकतंत्र को बचा सकती है। उन्होंने आयोग से पूछा कि क्या उनके पास कोई सिटीजन चार्टर नहीं है, जो जनता के प्रति जवाबदेही सुनिश्चित करे। अखिलेश ने मीरापुर विधानसभा उपचुनाव की एक तस्वीर साझा करते हुए अपनी बात को और मजबूती दी।
बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप
इससे पहले 10 अगस्त को लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि उपचुनाव में खुद मुख्यमंत्री बूथ लूटने में शामिल थे। मीरापुर और कुंदरकी में कमिश्नर, डीएम और एसएसपी अपनी 'फौज' लेकर वोट बढ़वाने में जुटे थे। उन्होंने यह भी कहा कि एक एसएसपी ने मतदाताओं को घर से बाहर न निकलने की धमकी दी और महिलाओं पर रिवॉल्वर तान दी गई।
फर्जी वोटिंग का आरोप
अखिलेश ने बीजेपी पर फर्जी वोटिंग करवाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब बीजेपी को जीत के लिए वोट कम पड़ गए, तो उन्होंने पुलिस का सहारा लिया। सपा ने इस संबंध में चुनाव आयोग से बार-बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अखिलेश ने आयोग की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह 'कछुआ गति' से काम कर रहा है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है।
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