यूपी विधानसभा मानसून सत्र : फतेहपुर मामले पर सदन में सपा का जबरजस्त हंगामा, घटना को बताया सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की कोशिश

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को फतेहपुर मामले को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने प्रश्नकाल के बाद लगभग घंटे भर तक हंगामा किया जिसकी वजह से विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी। सपा के सदस्य फतेहपुर के मामले को लेकर लगातार सदन के भीतर नारेबाजी कर सरकार से इस मामले पर चर्चा की मांग कर रहे थे। 

हंगामे को देखते हुए सरकार की तरफ़ से संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने फतेहपुर मामले पर जवाब देते हुए कहा कि सरकार ने समय रहते कार्रवाई की है और एफआईआर भी दर्ज की गई है। दोषियों के ख़िलाफ़ विभिन्न धाराओं में मामला पंजीकृत किया गया है। सरकार इस मामले में कठोर कार्रवाई करेगी। सुरेश खन्ना के जवाब देने के बाद भी समाजवादी पार्टी के सदस्य नारेबाजी करते रहे। 

इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने अपना जवाब दिया है अब सपा के सदस्यों को शांत हो जाना चाहिए। लेकिन सपा की तरफ़ से नारेबाजी जारी रही। नारेबाजी बंद न होने पर हंगामे के बीच ही कैग की रिपोर्ट टेबल की गई। इसके अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण विधेयकों को भी सदन में रखा गया। हंगामे के बीच करीब 50 मिनट तक कार्यवाही जारी रही। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी। 

इससे पहले मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डे ने सदन के भीतर फतेहपुर का मामला उठाया और कार्य स्थगन प्रस्ताव के ज़रिये सदन में चर्चा कराने की बात कही। माता प्रसाद पांडेय ने सदन में कहा कि सरकार ने सुनियोजित तरीके से कार्य स्थगन प्रस्ताव को बाद में कर दिया है। इससे सरकार को मुद्दों से भागने का समय मिल जाता है। उन्होंने कहा कि फतेहपुर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की कोशिश की जा रही है। हम चाहते हैं कि कार्यस्थगन प्रस्ताव के तहत उसपर चर्चा हो। सरकार इस पर संज्ञान ले। 

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