अखिलेश का भाजपा और चुनाव आयोग पर हमला, शपथ पत्रों को लेकर कही ये बड़ी बात

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक बुधवार को एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार और चुनाव आयोग पर एक साथ हमला बोलते हुए कहा कि डीएम लोगों से जनता का एक मासूम सवाल है, क्यों इतने सालों बाद आया जवाब है? 

अखिलेश यादव ने बुधवार को सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि जिस तरह कासगंज, बाराबंकी, जौनपुर के डीएम हमारे 18000 शपथपत्रों के बारे में अचानक अति सक्रिय हो गये हैं, उसने एक बात तो साबित कर दी है कि जो चुनाव आयोग कह रहा था कि ‘एफ़िडेविट की बात गलत है’ मतलब एफ़िडेविट नहीं मिले, उनकी वो बात झूठी निकली। 

सपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर कोई एफिडेविट मिला ही नहीं, तो ये ज़िलाधिकारी लोग जवाब किस बात का दे रहे हैं। अब सतही जवाब देकर ख़ानापूर्ति करेनवाले इन जिलाधिकारियों की संलिप्तता की भी जाँच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोर्ट संज्ञान ले, चुनाव आयोग या डीएम में से कोई एक तो गलत है ही ना? जो सीसीटीवी पर पकड़े गये हों उनके द्वारा अपने घपलों पर दी गयी सफ़ाई पर किसी को भी रत्ती भर विश्वास नहीं है। 

अखिलेश ने कहा कि झूठ का गठजोड़ कितना भी ताकतवर दिखे पर आख़िरकार झूठ हारता ही है क्योंकि नकारात्मक लोगों का साझा-गोरखधंधा अपने-अपने स्वार्थों की पूर्ति करने के लिए होता है, ऐसे भ्रष्ट लोग न तो अपने ईमान के सगे होते हैं, न परिवार, न समाज के, तो फिर भला अपने साझेदारों के कैसे होंगे। उन्होंने कहा है कि ये बेईमान लोग देश और देशवासियों से ताउम्र दगा करते रहे हैं और अंततः पकड़े जाने पर अपमान से भरी जिंदगी जीने की सज़ा काटते हैं। अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार, चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत वो ‘चुनावी तीन तिगाड़ा’ है, जिसने सारा काम बिगाड़ा है और देश के लोकतंत्र पर डाका डाला है। अब जनता इस ’त्रिगुट’ को अदालत में खड़ा करेगी।

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