बाराबंकी में ग्राम पंचायत अधिकारी की मनमानी से भड़के प्रधान, मनरेगा कार्य ठप होने पर जताई नाराजगी
बाराबंकी, अमृत विचार : जिले में देवा ब्लॉक में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी नीता सिंह एक बार फिर विवादों में आ गई हैं। शाहपुर क्लस्टर की चार ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने उनकी कार्यशैली को लेकर गंभीर आरोप लगाते हुए खंड विकास अधिकारी को लिखित शिकायत सौंपी है।
प्रधानों का कहना है कि अधिकारी की मनमानी और लापरवाही के कारण पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जिससे ग्रामीणों को ब्लॉक कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। ग्राम सिसवारा की प्रधान खीला देवी ने आरोप लगाया कि 14 जुलाई को नीता सिंह की तैनाती के बाद से ही गांव में मनरेगा के तहत चल रहे कच्चे कार्य बंद करा दिए गए। इससे गरीब मजदूरों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी की कार्यप्रणाली से जनता में प्रधानों की छवि भी खराब हो रही है।
शिकायत करने वाले अन्य प्रधानों में टिकरा पट्टी के वीरेंद्र कुमार, शाहपुर की अंजू देवी और टेरा खुर्द की सुमित्रा शामिल हैं। इन सभी ने अपनी-अपनी ग्राम सभाओं में विकास कार्यों की उपेक्षा और योजनाओं से पात्र लाभार्थियों को वंचित करने के आरोप लगाए हैं। गौरतलब है कि इससे पहले भी गढ़ी छतेना क्लस्टर के प्रधानों ने नीता सिंह पर अनुशासनहीनता और लापरवाही के आरोप लगाए थे, जिसके बाद उन्हें एडीओ पंचायत कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया था। इस मामले में खंड विकास अधिकारी डॉ. नेहा शर्मा ने बताया कि प्रधानों की शिकायत प्राप्त हुई है और इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। निर्देश मिलते ही उचित कार्रवाई की जाएगी।
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