कहां और कैसे करें निवेश... शेयर बाजार की दिशा आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक घटनाओं पर निर्भर, जानें क्या बोले विशेषज्ञ
मुंबई। बीते सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों में उछाल के बाद, आगामी सप्ताह में निवेशकों की नजर स्थानीय आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक कारकों पर टिकी रहेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि 28 अगस्त को औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े और 29 अगस्त को दूसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े बाजार की चाल को प्रभावित करेंगे। इसके अलावा, 27 अगस्त से अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त आयात शुल्क लागू होने वाला है। इससे पहले अगस्त में ही 25 प्रतिशत शुल्क लागू हो चुका है। यदि इस मुद्दे पर कोई सहमति नहीं बनती, तो भारतीय शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
पिछले सप्ताह सरकार द्वारा माल एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों की घोषणा के बाद बाजार में सकारात्मक माहौल रहा। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सूचकांक सप्ताह के अंत में 709.19 अंकों की बढ़त के साथ 81,306.85 पर बंद हुआ। सप्ताह के पहले चार दिनों में तेजी रही, लेकिन शुक्रवार को मुनाफावसूली के कारण बिकवाली का दबाव देखा गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 सूचकांक भी सप्ताह के दौरान 238.80 अंकों यानी 0.97 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,870.10 पर रहा।
मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों में निवेशकों ने खासी रुचि दिखाई। निफ्टी मिडकैप-50 में 2.39 प्रतिशत और स्मॉलकैप-100 में 2.21 प्रतिशत की साप्ताहिक वृद्धि दर्ज की गई। सेंसेक्स की 30 में से 21 कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई। मारुति सुजुकी के शेयर में 11.07 प्रतिशत की उछाल रही, जबकि हिंदुस्तान यूनिलीवर में 5.88 प्रतिशत और महिंद्रा एंड महिंद्रा में 4.20 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। बजाज फाइनेंस (3.81%), टाइटन (3.75%), भारती एयरटेल (3.17%), और अडानी पोर्ट्स (3.06%) के शेयरों में भी साप्ताहिक वृद्धि रही। इसके अलावा इंफोसिस (2.77%), रिलायंस इंडस्ट्रीज (2.59%), टाटा मोटर्स (2.36%), अल्ट्राटेक सीमेंट (2.28%), बजाज फिनसर्व (2.13%), और टाटा स्टील (2.09%) ने भी सकारात्मक प्रदर्शन किया।
दूसरी ओर, कुछ कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई। आईटीसी में 3.18 प्रतिशत, बीईएल में 2.60 प्रतिशत, और एलएंडटी में 2.22 प्रतिशत की कमी रही। पावरग्रिड, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, और एशियन पेंट्स के शेयर भी नकारात्मक रुझान में रहे।
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