Lucknow News: डायरिया से एक और मौत, अब तक मिले 125 से अधिक लोग

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार : जानकीपुरम में फैले डायरिया से शनिवार सुबह बलरामपुर अस्पताल में एक मरीज ने दम तोड़ दिया है, हलांकि सीएमओ का दावा है कि मरीज सेप्टिसीमिया और किडनी रोग सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित था। इसके आलावा इसी माह इलाके में एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है। जिसे पीलिया भी थी। शनिवार को डायरिया के 11 नए मरीज मिले हैं, जिसमें दो मरीज भर्ती किए गए हैं। सभी का इलाज चल रहा है। क्षेत्र में डायरिया व उल्टी दस्त के अब तक 125 से अधिक मरीज मिल चुके हैं। स्थानीय लोगों में स्वास्थ्य, नगर निगम व जलकल विभाग के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है।

सीतापुर सिधौली निवासी राजेश कौशल उर्फ राकेश (50) पत्नी रानी कौशल, बेटी स्वप्निल, नातिन रूही कौशल और बेटे अमन कौशल के साथ जानकीपुरम के सेक्टर सात की कॉलोनी में किराए पर रहते थे। वह बर्तन की एक दुकान पर काम करते थे। बेटे अमन व पत्नी रानी ने बताया कि मंगलवार को उल्टी, दस्त की शिकायत होने पर पहले राजेश को पास के ही एक निजी अस्पताल में दिखाया तो वहां डॉक्टरों ने भर्ती कर लिया। उसके बाद वहां हालत में सुधार न होने पर शुक्रवार को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दस्त बंद नहीं हो रहे थे। बलरामपुर में इलाज के दौरान शनिवार सुबह पांच बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

स्वास्थ्य विभाग की टीम को इलाके में शनिवार को भी 11 नए मरीज मिले हैं, जिनमें से दो को हालत नाजुक होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें सावित्री (65), मायादेवी (48), धर्मा देवी (45), किरन (38), नदीम (31), चंदन (19), कामिनी रावत (18), नाजिया (16), आरती (16), सरिता सिंह (12) और आस्था (आठ) शामिल हैं। इनमें से माया व धर्मा देवी को भर्ती किया गया है। जबकि, सीएमओ डॉ. एनबी सिंह का दावा है कि कोई मरीज भर्ती नहीं किया गया है। वहीं, आठ मरीजों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया है। शिविर में 35 मरीजों को देखा गया, जिसमें सात लोगों को दवाएं देकर घर भेज दिया गया है।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को 312 घरों में सर्वे किया है। क्षेत्र में स्वास्थ्य शिविर के अलावा एमएमयू (एंबुलेंस) के माध्यम से मरीजों को इलाज और दवा वितरण किया जा रहा है। क्षेत्र में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है। नगर मलेरिया इकाई की टीम क्षेत्र में एंटीलार्वा का छिड़काव लगातार कर रही है।

मरीज की मौत डायरिया से नहीं हुई है। उसके कई अंगों में संक्रमण था। मरीज के गुर्दे काम नहीं कर रहे थे। डायबिटीज भी था। मरीज की बचने की संभावना बहुत कम थी। डेथ ऑडिट में यह बात सामने आई है। प्रविवित क्षेत्र में स्वाश्य विभाग की टीम सक्रिय है।
-डॉ. एनबी सिंह, सीएमओ

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