लखीमपुर खीरी : झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से गर्भवती महिला की मौत

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Published By Pradeep Kumar
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पसगवां, अमृत विचार। अवैध रूप से संचालित क्लीनिक और नीम हकीम डाक्टर काल का ग्रास बनते जा रहे हैं। जंगबहादुरगंज के निकट उदयपुर गांव में अवैध रूप से संचालित एक क्लीनिक पर गर्भपात के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। महिला के पति ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है।

पसगवां थाना क्षेत्र के गांव सिकटारा के गांव फक्कापुरवा निवासी कल्याण सिंह यादव ट्रक चालक है। उसकी पत्नी सुनीता ढाई माह से गर्भवती थी। 36 वर्षीय सुनीता अपने इलाज के सिलसिले में उदयपुर में एक क्लीनिक पर गई। पहले ही छह पुत्रियों और एक पुत्र की माता सुनीता अबॉर्शन कराना चाहती थी। पोर्टल पर की गई शिकायत में महिला के पति ने आरोप लगाया है कि क्लीनिक के झोलाछाप डॉक्टर ने उसकी पत्नी से 15 हजार रुपए लेकर उसकी पत्नी का अबॉर्शन कर दिया, लेकिन ब्लीडिंग नहीं रोक पाया। गंभीर हालत होने पर चिकित्सक स्वयं 26 अगस्त की रात को उसकी पत्नी को गांव के बाहर छोड़ गया। 27 अगस्त की सुबह लगभग 11 बजे सुनीता की मौत हो गई।

कल्याण सिंह ने बताया कि वह ट्रक चालक होने के कारण बाहर था पत्नी की मौत की सूचना पर वह गांव पहुंचा। बच्चों से पत्नी के सम्बन्ध में जानकारी मिली। पसगवां सीएचसी अधीक्षक डॉ अश्वनी वर्मा ने बताया कि क्लीनिक को बंद करा दिया गया है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। बच्चों का सभी का रो रोकर बुरा हाल है।

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