MBBS एडमिशन में खेल, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के "जाली" दस्तावेज से हुये 64 दाखिले
66 स्टूडेंट्स का दाखिला होगा निरस्त
लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश में एमबीबीएस के दाखिले में घोटाला सामने आया है। 10 जिलों में करीब 64 स्टूडेंट्स के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी (फ्रीडम फाइटर) आश्रित का प्रमाण पत्र जाली पाये गये हैं। जिसके बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग की महानिदेशक किंजल सिंह ने संबंधित जिलों के डीएम को जांच कराकर एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिये हैं।
दरअसल, जिस तरह कुछ महीने पहले यूपी के मेरठ जिले में बोद्ध धर्म का प्रमाण पत्र लगाकर मेडिकल की सीट हथियाने का मामला प्रकाश में आया था। ठीक उसी तरह एक बार फिर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित कोटे का लाभ एमबीबीएस की सीट पर दाखिले के लिये किया गया है। करीब 64 स्टूडेंट्स के प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये हैं। जिन जिलों में मामले फर्जी पाये गये हैं उनमें बलिया, मेरठ, सहारनपुर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, आगरा, वाराणसी और मेरठ शामिल हैं।

फिरोजाबाद स्थित स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के एक मामले की बात करें तो यहां की एक छात्रा को भी फ्रीडम फाइटर का सर्टिफिकेट के आधार पर ही दाखिला मिला था, संदेह होने पर संस्थान ने जांच के लिए आगरा डीएम के पास भेजा। जहां पर सर्टिफिकेट को फर्जी बताया गया है।
चिकित्सा शिक्षा विभाग की महानिदेशक किंजल सिंह ने बताया कि एमबीबीएस में 2 प्रतिशत सीटें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित कोटे के लिए आरक्षित थीं। जिस पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के अश्रितों ने दाखिला लिया है। संदेह होने पर जांच कराई गई है। जिसके बाद दाखिला लेने वाले 64 उम्मीदवारों के प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये हैं। उन्होंने बताया कि जिन स्टूडेंट्स का सर्टिफिकेट फर्जी मिला है उनका एडमिशन निरस्त करने का निर्देश भी जारी किया है।
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