हरदोई: पानी में डूबने से हुई भाजपा बूथ अध्यक्ष की मौत, PM रिपोर्ट आई सामने तो सन्न रह गए लोग, दो पुलिसकर्मी निलंबित

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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हरदोई। यूपी के हरदोई जिले में भाजपा बूथ अध्यक्ष के गायब होने और फिर शव मिलने के बाद शाहाबाद पुलिस को सिर्फ खरी-खोटी ही नहीं सुननी पड़ी, बल्कि बहुत कुछ बर्दाश्त करते हुए अपनों के आगे शर्मिंदा तक होना पड़ा। जबकि 21 अगस्त से गायब हुए बूथ अध्यक्ष को ढूंढने के लिए पुलिस ने रात-दिन एक कर दिए, लेकिन बावजूद इसके माननीय के सामने उसकी खूब फज़ीहत की गई।

गूंगे तक बोलने में पीछे नहीं रहे, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के सामने आते ही सन्नाटा छा गया, क्योंकि उसमें हत्या से साफ इंकार करते हुए डूबने से मौत होने की बात कही गई है, उसके अलावा एक भी खरोंच सामने न आने से साबित होता है कि झगड़े वाली बात झूठी थी। ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि शाहाबाद पुलिस के हाथ में लड्डू आ गए। बताते चलें कि शाहाबाद के मोहल्ला खलील निवासी भाजपा बूथ अध्यक्ष शैलेंद्र मिश्रा उर्फ गौरी 21 अगस्त की रात से गायब थे।

इस बीच पिंटू वर्मा ने पुलिस को बताया था कि शैलेंद्र मिश्रा उर्फ गौरी का पवन भारद्वाज,चन्द्र प्रकाश,धीरू अवस्थी और मुंशी खां से झगड़ा हुआ था,उसके बाद से शैलेंद्र गायब है। उसके बाद आरोपियो पर अगवा करने का आरोप लगा और पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपियों को हिरासत में ले कर पूछताछ शुरु कर दी। बूथ अध्यक्ष को ढूंढने के लिए पुलिस की चार टीमें लगाई गई।

दरअसल 21 अगस्त की रात बूथ अध्यक्ष अपने दोस्त पिंटू वर्मा के साथ गढ़ी की बियर बार गए हुए थे,तभी से गायब हुए। 23 अगस्त को पुलिस ने मोहल्ला गढ़ी से शैलेंद्र मिश्रा उर्फ गौरी का मोबाइल बरामद कर लिया,लेकिन उससे कोई खास क्लू हाथ नहीं लगा। विधायक और राज्यमंत्री रजनी तिवारी के बीच में आने से पुलिस और उलझ गई। शुक्रवार को गायब हुए बूथ अध्यक्ष का शव खत्ता जमाल खां के तालाब में देखा गया। शव के मिलते ही वहां खूब बवाल हुआ,इतना ही नहीं वहां सारे दिन पुलिस की खूब फज़ीहत की गई।

डाक्टरों के पैनल और वीडियोग्राफी के बीच आधी रात में शव का पोस्टमार्टम हुआ, काफी गहराई से 'काज़ आफ डेथ' का पता लगाया गया, लेकिन हत्या जैसी कोई बात सामने नहीं आई, रिपोर्ट में पानी में डूबने से मौत होना बताया गया, चोंट तो दूर, शरीर पर एक भी खरोंच नहीं थी, जिससे कि झगड़े वाली बात भी झूठी साबित हुई। फिलहाल जांच के लिए बिसरा प्रज़र्व किया गया है,साथ जांच के लिए फेफड़ो का सैंपल भी प्रज़र्व किया गया है। उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही बूथ अध्यक्ष की मौत का खुलासा हो सकता है।

तो फिर तीन दिन कहां रहें बूथ अध्यक्ष ?

भाजपा बूथ अध्यक्ष 8 दिन गायब रहे और 9 वें दिन शव बरामद हुआ। लेकिन अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मानी जाए तो शव 5 से 6 दिन पुराना था,यानी गायब होने के तीन दिन तक सब ठीक-ठाक था,उसके बाद मौत हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद सवाल पर सवाल  उठाए जा रहें है। कहा जा रहा है कि गायब होते ही बवाल शुरु हो गया,फिर तीन दिनों तक वे कहां रहे ? पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच में जुटी है।

मामले में दो पुलिसकर्मी निलंबित

भाजपा बुथ अध्यक्ष की मौत के मामले में प्रभारी निरीक्षक शाहाबाद उमेश त्रिपाठी और उप निरीक्षक राकेश यादव को लापरवाही बरतने और परिजनों से अभद्र व्यवहार करने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई क्षेत्राधिकारी शाहाबाद की रिपोर्ट के आधार पर की गई है। 

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