कानपुर : बिहार हिंसा के विरोध में कांग्रेसियों ने काली पट्टी बांधी, रामधुन गाकर किया प्रदर्शन
गांधी प्रतिमा पर एकजुट हुए कांग्रेसजन, भाजपा पर हमले की साजिश का आरोप
कानपुर, अमृत विचार : बिहार के पटना स्थित कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पर हुए हमले के विरोध में शनिवार को कानपुर के कांग्रेसजनों ने गांधीवादी तरीका अपनाकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाथों पर काली पट्टी बांधी, गांधी प्रतिमा के समक्ष रामधुन गाई और भाजपा को हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया।
गांधीवादी तरीके से विरोध : फूलबाग स्थित गांधी प्रतिमा पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। गुप्ता ने कहा कि शुक्रवार को पटना के सदाकत आश्रम (प्रदेश कांग्रेस कार्यालय) पर भाजपा की शह पर हिंसक हमला कराया गया, ताकि अपनी विफलताओं को छुपाया जा सके।
भाजपा की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना : कांग्रेसजनों ने कहा कि भाजपा की अराजकता और हिंसा लोकतंत्र के लिए खतरा है। प्रदर्शनकारियों ने गांधीवादी शैली अपनाते हुए भजन गाकर और काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया तथा भाजपा की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की।
आरोप - गोडसे की विचारधारा वालों का हमला : महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता ने आरोप लगाया कि यह हमला नाथूराम गोडसे की विचारधारा से प्रभावित लोगों ने किया। उन्होंने कहा कि जब से ‘वोट चोरी’ का खुलासा हुआ है और राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को जनता का अपार समर्थन मिला है, भाजपा बौखला गई है। पटना की हिंसा में कई कांग्रेस कार्यकर्ता घायल हुए, लेकिन भाजपा के ऐसे हमलों से कांग्रेस न झुकेगी, न रुकेगी, न डरेगी।
प्रदर्शन में मौजूद रहे : प्रदर्शन में पूर्व नगर अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री, पूर्व विधायक संजीव दरियाबादी, नरेश चंद्र त्रिपाठी, नरेंद्र शर्मा, इकबाल अहमद, शंकर दत्त मिश्रा, निजामुद्दीन खान, अतीक अहमद शहजादे, राकेश साहू, रामशंकर राय, पूजा भारद्वाज, संतोष त्रिपाठी, रोशनी चौधरी, मोना गुप्ता, राजीव द्विवेदी, रितेश यादव, अजय प्रकाश तिवारी, संजय दीक्षित, मुन्ना शाकिर, आसिफ इकबाल, पदम मोहन मिश्रा, विवेक पाल, महेश चंद्र त्रिपाठी, उमा शंकर तिवारी, धर्मेंद्र चौहान, नरेंद्र चंचल समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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