Hardoi News: साजिश के तहत बंधक बना कर हत्या के आरोप में एसआई निलंबित! सिपाहियो और किशोरी के घर वालों पर केस दर्ज
पुलिस की हिरासत में हुई मौत के मामले में एसआई
हरदोई (उप्र)। किशोरी को बहला-फुसला कर भगा ले जाने के आरोपी की पुलिस हिरासत में हुई मौत के मामले में एसआई वरुण शुक्ला,यूपी-112 पर तैनात कांस्टेबिल और किशोरी के घर वालों के खिलाफ साजिश के तहत बंधक बना कर हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है। एसपी नीरज कुमार जादौन ने एसआई को निलंबित करते हुए एएसपी पूर्वी नृपेन्द्र कुमार की निगरानी में क्राइम ब्रांच को जांच सौंपी है। उन्होने कहा है कि पूरे मामले में रत्ती भर भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बताते चलें कि रविवार की देर शाम शाहाबाद कोतवाली के अंदर किशोरी को बहला-फुसला कर भगा ले जाने के आरोपी रवि पुत्र रामराज निवासी अहमद नगर मजरा वाजिद नगर ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। आनन-फानन में आरोपी को उठा कर सीएचसी पहुंचाया गया,लेकिन डा.विक्रम के ब्राडडेड बताते ही पुलिस शव उठा ले गई,लेकिन फिर कुछ देर बाद शव सीएचसी ले कर पहुंची और उसे वहीं छोड़ कर चली गई। इसका पता होते ही एसपी नीरज कुमार जादौन सीधे शाहाबाद कोतवाली पहुंचे,जहां उन्हे रवि के घर वालों ने घेर लिया,उन्हे बताया कि रविवार को शाम तक रवि बिल्कुल ठीक था,उसके बाद रात 8:26 बजे कांस्टेबिल मंजेश ने रवि की तबियत खराब होना बताया,घर वाले कोतवाली पहुंचे तो एसआई वरुण कुमार शुक्ला ने आत्महत्या करने की बात कहते हुए शव सीएचसी में होना बताया,घर वाले सीएचसी पहुंचे तो वहां से शव गायब था। रवि के घर वालों का आरोप था कि रवि ने आत्महत्या नहीं,बल्कि उसकी हत्या की गई। सारी बात सुन कर एक्शन में आए एसपी श्री जादौन के आदेश पर रवि के पिता रामराज की तहरीर पर एसआई वरुण शुक्ला,यूपी-112 के दो कांस्टेबिल,किशोरी के घर वालों व अन्य कांस्टेबिलों के खिलाफ बीएनएस की धारा 3(5)/127(2)/103(1) के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। एसपी ने एसआई वरुण शुक्ला को निलंबित कर एएसपी पूर्वी नृपेन्द्र कुमार की निगरानी में क्राइम ब्रांच से जांच कराने के आदेश दिए है।
27 को पकड़ा,28 को दर्ज हुई रिपोर्ट!
शाहाबाद पुलिस रवि के खिलाफ 28 अगस्त को दी गई तहरीर के मुताबिक रिपोर्ट दर्ज होने की बात कह रही है,जबकि उसके पिता रामराज ने अपनी तहरीर में कहा है कि 27 अगस्त की सुबह 6 बजे यूपी-112 पीआरवी उसके घर पहुंची और रवि को पकड़ ले गई थी,तब से वह पुलिस की हिरासत में था। उसका कहना है कि किशोरी खुद रवि के साथ गई थी,लेकिन अगर फिर भी रवि से अपराध हुआ था तो पुलिस को उसे जेल भेजना चाहिए था,उसे पांच दिन कोतवाली के अंदर क्यों बंद रखा गया ? रामराज का आरोप है कि साजिश की तहत उसके बेटे की हत्या की गई।
