World Athletics Championship: नीरज चोपड़ा करेंगे विश्व चैंपियनशिप में भारत की अगुवाई.... इस बार भाला फेंक में भारत के सबसे अधिक खिलाड़ी 

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Published By Muskan Dixit
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नई दिल्ली। आगामी महीने में टोक्यो में आयोजित होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली 19 सदस्यीय टीम की घोषणा हो चुकी है। इस बार पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में भारत के चार खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जो देश के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इस दल का नेतृत्व करेंगे दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा, जिनके साथ सचिन यादव, यशवीर सिंह और रोहित यादव भी इस वैश्विक मंच पर भारत का परचम लहराएंगे। यह उपलब्धि भारतीय भाला फेंक में नीरज के नेतृत्व में आई क्रांति का प्रतीक है।

नीरज चोपड़ा की अगुवाई में भाला फेंक में भारत का दबदबा

13 से 21 सितंबर तक होने वाली इस चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा गत चैंपियन के रूप में हिस्सा लेंगे। उन्होंने वाइल्ड कार्ड के जरिए इस प्रतियोगिता में जगह बनाई है, जिससे तीन अन्य भारतीय खिलाड़ियों को भी मौका मिला। विश्व एथलेटिक्स नियमों के अनुसार, किसी देश से अधिकतम तीन खिलाड़ी ही किसी स्पर्धा में हिस्सा ले सकते हैं, लेकिन वाइल्ड कार्ड के जरिए यह संख्या चार तक हो सकती है। नीरज ने 85.50 मीटर के क्वालीफाइंग स्तर को आसानी से पार किया, जबकि सचिन, यशवीर और रोहित ने विश्व रैंकिंग के आधार पर क्वालीफाई किया। रोहित को विश्व रैंकिंग में ऊपर के खिलाड़ियों के हटने के बाद विश्व एथलेटिक्स से विशेष आमंत्रण मिला। 

पिछली विश्व चैंपियनशिप (2023, बुडापेस्ट) में भी चार भारतीय भाला फेंक खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया था, लेकिन रोहित चोट के कारण हिस्सा नहीं ले सके थे। उस टूर्नामेंट में नीरज ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि किशोर जेना और डीपी मनु क्रमशः पांचवें और छठे स्थान पर रहे। इस बार चार भारतीय खिलाड़ियों का एक साथ हिस्सा लेना देश के लिए गर्व का क्षण है। 

भारतीय एथलेटिक्स महासंघ की उम्मीदें

भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के प्रवक्ता आदिल सुमारिवाला ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमें गर्व है कि हमारे चार पुरुष भाला फेंक खिलाड़ी इस बार क्वालीफाई कर चुके हैं। हमारी उम्मीद है कि सभी फाइनल में पहुंचेंगे और शानदार प्रदर्शन करेंगे।” उन्होंने यह भी बताया कि पिछले टूर्नामेंट में भी चार खिलाड़ी क्वालीफाई हुए थे, लेकिन रोहित की चोट ने उनकी भागीदारी को प्रभावित किया था। इस बार सभी खिलाड़ी पूरी तरह तैयार हैं।

टीम चयन और अन्य स्पर्धाएं

एएफआई की वरिष्ठ चयन समिति ने 19 सदस्यीय भारतीय दल का चयन किया, जिसमें पांच महिला एथलीट भी शामिल हैं। रोहित के अलावा, पुरुषों की 110 मीटर बाधा दौड़ में तेजस शिरसे और पुरुषों की 35 किमी पैदल चाल में संदीप कुमार को अंतिम समय में विश्व एथलेटिक्स के आमंत्रण के जरिए शामिल किया गया। यह मौका उन्हें अन्य खिलाड़ियों के नाम वापस लेने के बाद मिला। 

क्वालीफिकेशन के लिए एथलीटों को या तो निर्धारित स्तर हासिल करना होता है या विश्व रैंकिंग के आधार पर चयनित होना होता है। भारत ने 2023 में हंगरी में हुए टूर्नामेंट में 28 एथलीट भेजे थे, जिनमें सात रिले धावक शामिल थे। इस बार भारत रिले स्पर्धा में क्वालीफाई नहीं कर सका। 

चोटों ने प्रभावित की कुछ उम्मीदें

कई प्रमुख खिलाड़ी चोट के कारण इस बार हिस्सा नहीं ले सकेंगे। 3000 मीटर स्टीपलचेज के स्टार अविनाश साबले, जो स्वतः क्वालीफाई कर चुके थे, जुलाई में हुई एसीएल सर्जरी के कारण बाहर हैं। इसी तरह, एशियाई चैंपियन हेप्टाथलीट नंदिनी अगासरा कोहनी की चोट से पूरी तरह नहीं उबर पाई हैं। पुरुषों की 20 किमी पैदल चाल के अक्षदीप सिंह भी चिकित्सकीय कारणों से टीम में शामिल नहीं हैं। सुमारिवाला ने कहा, “साबले, अक्षदीप और नंदिनी चोट के कारण इस बार हिस्सा नहीं ले सकेंगे।”

अन्य उल्लेखनीय खिलाड़ी

पुरुषों की 5000 मीटर दौड़ में क्वालीफाई करने वाले गुलवीर सिंह ने 10,000 मीटर स्पर्धा में भी आमंत्रण के जरिए जगह बनाई। वहीं, पूजा दो स्पर्धाओं (800 मीटर और 1500 मीटर) में हिस्सा लेंगी। वह 1500 मीटर में विश्व रैंकिंग के जरिए पहले ही क्वालीफाई कर चुकी थीं और 800 मीटर के लिए उन्हें आमंत्रण मिला।

भारतीय दल

पुरुष: नीरज चोपड़ा, सचिन यादव, यशवीर सिंह, रोहित यादव (भाला फेंक), मुरली श्रीशंकर (लंबी कूद), गुलवीर सिंह (5000 मीटर, 10,000 मीटर), प्रवीण चित्रावेल, अब्दुल्ला अबुबाकर (त्रिकूद), सर्वेश अनिल कुशारे (ऊंची कूद), अनिमेष कुजूर (200 मीटर), तेजस शिरसे (110 मीटर बाधा दौड़), सर्विन सबेस्टियन (20 किमी पैदल चाल), राम बाबू, संदीप कुमार (35 किमी पैदल चाल)।  
महिलाएं: पारुल चौधरी, अंकिता ध्यानी (3000 मीटर स्टीपलचेज), अन्नू रानी (भाला फेंक), प्रियंका गोस्वामी (35 किमी पैदल चाल), पूजा (800 मीटर, 1500 मीटर)। 
 
नीरज चोपड़ा के नेतृत्व में भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी विश्व चैंपियनशिप में इतिहास रचने को तैयार हैं। चार खिलाड़ियों की भागीदारी और अन्य स्पर्धाओं में भारतीय एथलीटों की मौजूदगी देश के लिए गर्व का विषय है। सभी की निगाहें अब टोक्यो पर टिकी हैं, जहां भारत को नई ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद है।

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