गर्भवती महिलाओं को नहीं मिले ई-वाउचर, पोर्टल अपडेट न होने से अल्ट्रासाउंड में हो रही असुविधा
लखनऊ, अमृत विचार : मुफ्त अल्ट्रासाउंड के लिए गर्भवतियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) से सोमवार को ई-वाउचर नहीं मिल सके। इसकी वजह से उन्हें शुल्क देकर निजी केंद्र से जांच करानी पड़ी। अफसरों का कहना है कि पोर्टल अपडेट होने से नए ई-वाउचर बनने में दिक्कत हो रही है।
राजधानी में 20 सीएचसी का संचालन हो रहा है। इसमें नौ सीएचसी पर ही अल्ट्रासाउंड की सुविधा है। जिन केंद्रों पर अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है, वहां प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत हर माह की एक, नौ, 16 और 24 तारीख को गर्भवती को अल्ट्रासाउंड के लिए ई-वाउचर जारी किए जाते हैं। जिनके माध्यम से वह निजी केंद्रों से मुफ्त में अल्ट्रासाउंड करा सकती है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 74 निजी केंद्र से अनुबंध किया है।
यदि किसी कारण से 30 दिन में वाउचर का उपयोग नहीं हो पाता है तो इसे किसी सरकारी अस्पताल से फिर से जनरेट करवाया जा सकता है। सोमवार को महीने का पहला सत्र था, लेकिन वाउचर जनरेट नहीं हो सके। गर्भवतियों को दूसरे सरकारी अस्पतालों में रेफर किया गया।
वहां पर पहले से ही अल्ट्रासाउंड करवाने वालों की अधिक भीड़ है। इससे वहां से उन्हें आगे की तारीख देकर लौटा दिया गया। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह का कहना है कि कुछ समय से अल्ट्रासाउंड के लिए ई वाउचर जनरेट होने में समस्या आ रही है। जल्द ही इसका निस्तारण कराया जाएगा।
