रामलला के सामने नतमस्तक हुए PM टोबगे....3 बार किया साष्टांग प्रणाम, उपहार स्वरूप दिया आर्गेनिक शहद व चाय की पत्ती

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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अयोध्या, अमृत विचार। पड़ोसी देश भूटान की सरकार शुक्रवार को राम लला के सामने नतमस्तक हुई। भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे ने तीन बार राम लला के सामने साष्टांग प्रणाम किया। आरती उतारी। प्रसाद ग्रहण किया। राम लला और राम दरबार की अपने मोबाइल से तस्वीरें खींची। राम मंदिर का इतिहास जाना। मंदिर की स्थापत्य कला से रू-ब-रू हुए। वह लगभग एक घंटे 40 मिनट मंदिर परिसर में रहे। दर्शन-पूजन किया। श्री राम मंदिर परसिर के विभिन्न क्षेत्रों का अवलोकन किया। टहले, सेल्फी ली, अविभूत दिखे।

भूटान के प्रधानमंत्री पत्नी टासी डोमा सहित लगभग 10 लोगों के प्रतिनिधिमंडल के साथ शुक्रवार सुबह लगभग साढ़े नौ बजे महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से पहुंचे। यहां कृषि एवं जिले के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अयोध्या महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, मंडलायुक्त राजेश कुमार, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम निखिल टी. फुंडे के साथ भारतीय परिधान और कलश धारण किए बालिकाओं के समूह ने रेड कार्पेट पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

कड़ी सुरक्षा और शाही अंदाज में उनका कारवां अयोध्या श्रीराम मंदिर पहुंचा। यहां श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र सहित अन्य ने स्वागत किया। राम मंदिर पहुंचने के साथ ही पत्नी के साथ उन्होंने राम मंदिर की आभा को निहारना शुरू किया तो निहारते ही रहे। यहाँ की संस्कृति, वैभव और परंपरा से रू-ब-रू होते रहे।

श्रीराम मंदिर में राम लला के सामने पहुंचे तो मुखाकृति देखने लायक थी। राम लला को अपलक निहारते रहे। रामनामी ओढ़ी। दर्शन-पूजन के बाद घूमकर मंदिर की भव्यता को भी निहारा। इसके बाद पीएम टोबे राम मंदिर परिसर स्थित प्राचीन कुबेर टीला पहुंचे। यहां पत्नी के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कुबेश्वर महादेव का जलाभिषेक कर आराधना की। मंदिर परिसर में चरणवार मंदिर निर्माण को लेकर लगाई गई चित्र प्रदर्शनी से जानकारी ली। महासचिव राय ने उनको पूरी जानकारी दी।

श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भूटान के प्रधानमंत्री ने करीब एक घंटा 40 मिनट राम मंदिर परिसर में बिताया। इस दौरान उन्होंने रामलला, राम दरबार, कुबेर टीला, जटायु और सप्त मंडप के दर्शन किए। मंदिर की नक्काशी व म्यूरल्स को गौर से देखा। स्वयं अपने मोबाइल से तस्वीरें खींचीं। प्रधानमंत्री ने तीन बार साष्टांग प्रणाम कर भगवान की आरती की, पुष्प अर्पित किया और प्रसाद ग्रहण किया। ट्रस्ट और यूपी सरकार ने इस ऐतिहासिक अवसर पर भूटान सरकार का आभार व्यक्त किया।

अयोध्या दौरे के अंतिम कार्यक्रम में प्रधानमंत्री अयोध्या-लखनऊ हाईवे स्थित एक होटल पहुंचे। जहां उनके स्वागत में यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। यहां भारतीय कला और संस्कृति को करीब से जाना। साथ ही दोपहर का भोजन ग्रहण किया। यहाँ भी उनके साथ परिवार और प्रधानमंत्री कार्यालय के स्टाफ सहित लगभग 10 लोग शामिल हुए। भूटान के पीएम लगभग चार घंटे अयोध्या में रहे। लगभग डेढ़ बजे प्रधानमंत्री टोबे महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

रामनामी ओढ़ पत्नी के साथ खिंचवाई फोटो, ली सेल्फी

भूटान के प्रधानमंत्री राम मंदिर में आनंद विभोर दिखे। पत्नी के साथ रामनामी गले में डाल दोनों ने मंदिर परिसर में फोटी खिंचवाई।साथ ही परिसर में मखमली घास पर सेल्फी लेते दिखे। उन्होंने ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के साथ भी फोटो खिंचवाई।

-राम मंदिर पहुंचे भूटान के प्रधानमंत्री ने श्री राम मंदिर के इतिहास से परिचित हुए। गेट पर लगे शिला पर लिखी इबारतों के जरिए ठहरकर उन्होंने इतिहास जाना। परिचित हुए। मंदिर के वास्तु के बारे में जानकारी। मंदिर प्रचिलत नागर शैली में बना बताया गया।

भूटानी पीएम ने उपहार स्वरूप दिया आर्गेनिक शहद व चाय की पत्ती

अयोध्या श्रीराम मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे ने देश की ओर से भूटान का आर्गेनिक शहद और चाय की पत्ती का उपहार भेंट किया। वहीं महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने अपनी पुस्तक हृदय में राम, मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने पांच जिलों के ओडीओपी प्रोडक्ट और श्रीराम जन्म भूमि न्यास की ओर से श्री राम मंदिर का मॉडल प्रदान किया गया। भूटान के प्रधानमंत्री ने मंत्री शाही को भूटान की आर्गेनिक शहद और मेयर त्रिपाठी को चाय की पत्ती भेंट स्वरूप प्रदान की।

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