उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना और अन्य नदियों का बढ़ा जलस्तर बना मुसीबत... बंद हुई आवाजाही, ठप हुआ व्यापार
लखनऊ, अमत विचार: उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना व अन्य नदियों का बढ़ा जलस्तर आमजन के लिए मुसीबत बन गया है। बरेली, शाहजहांपुर, लखीमपुर, मथुरा-वृन्दावन, अलीगढ़, हाथरस, प्रयागराज, वाराणसी, फर्रुखाबाद, उन्नाव, कन्नौज, फतेहपुर व अन्य कई क्षेत्रों में बाढ़ का पानी आबादी में घुस चुका है। कई शहरों में पानी प्रवेश कर जाने के कारण प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने को प्रयासरत है। यहां तक कि तटवर्ती हजारों गांवों के संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। मथुरा के 26 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। वृंदावन में आधा परिक्रमा मार्ग भी पानी में डूबा है।
3.png)
इस बीच यूपी में लगातार बारिश से भी कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। बाढ़-बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा कई शहरों में आम जनजीवन अस्त व्यस्त है। सड़कों के बाद अब बाढ़ का पानी घरों में घुसने लगा है। मथुरा-वृंदावन में यमुना का जलस्तर बढ़ने से गांवों के अलावा शहरों में भी हालात खराब हैं।
3.png)
प्रयागराज, वाराणसी में भी गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है वहीं, फर्रुखाबाद में गंगा और रामगंगा उफान पर हैं। इससे लोगों की दिनचर्या में दुश्वारियां बढ़ गई हैं। शाहजहांपुर में दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर पानी के बहाव को देखते हुए टीमों को सतर्क कर दिया गया है। इस बीच प्रदेश में मौसम में बहुत बड़े बदलाव के संकेत नहीं हैं। आगरा में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
यह भी पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी घुसपैठिया गिरफ्तार, ऑपरेशन जारी
