TET की अनिवार्यता पर भड़के शिक्षकों ने किया जोरदार प्रदर्शन, आदेश को वापस लेने की मांग
गोंडा, अमृत विचार: परिषदीय स्कूलों में नियुक्त शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्य किए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शिक्षकों का गुस्सा भड़क गया है। आक्रोशित शिक्षकों ने बुधवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ व यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के बैनर तले कलेक्ट्रेट परिसर में जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इस आदेश को काले कानून की संज्ञा दी। शिक्षक संगठनों ने पीएम व सीएम को संबोधित मांगपत्र अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार को देकर इस आदेश को वापस लेने की मांग की।
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बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों पर हाल ही में फैसला देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि परिषदीय स्कूलों में नियुक्ति पाने वाले अध्यापकों को टीईटी पास करना अनिवार्य होगा। बिना टीईटी के वह अध्यापक नहीं रह पाएंगे। शीर्ष अदालत ने उन्हें टीईटी पास करने के लिए 2 वर्ष का समय भी दिया है। इसके बाद उन्हें वीआरएस देने की बात कही गई है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद शिक्षकों में जबरदस्त आक्रोश है और शिक्षक संगठन इस फैसले को पूरी तरह अव्यावहारिक बता रहे हैं।
इस फैसले के खिलाफ बुधवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ व यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष शरद सिंह का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है वह पूरी तरह से अव्यावहारिक है और सरकार को इस पर पहल करते हुए शिक्षक हित में इस फैसले को निरस्त कराना चाहिए।
वहीं यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रवि प्रकाश सिंह ने कहा कि आरटीई एक्ट लागू होने से पहले जो शिक्षक भर्ती हुए थे उस समय उन्होने जो भी मानक था उसे पूरा किया था। अब नए सिरे से उनपर टीईटी की बाध्यता लागू करना न्यायसंगत नहीं है। सरकार को इस फैसले को लागू करने से बचना चाहिए। वहीं एक महिला शिक्षिका ने इस फैसले पर कहा कि जो इंटर पास कर शिक्षक बने हैं वह दो साल में कैसे स्नातक और टीईटी कैसे पास करेंगे।
यह आदेश पूरी तरह से अव्यावहारिक है और यह काले कानून के बराबर है। इस मौके पर प्राथमिक शिक्षक संघ के देवेंद्र प्रताप सिंह, आशीष कुमार द्विवेदी, राहुल वर्मा, तौफीक अंसारी, बृजेंद्र कुमार सिंह, मुशीर सिद्दीकी, रवि मिश्रा, मनोज सिंह, जितेंद्र सिंह, पवन सिंह, यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के हेमंत तिवारी, आत्रेय मिश्रा, अरुण मिश्रा समेत सैकड़ों की संख्या में शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
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