कानपुर में कबाड़ हो चुकी CNG चालित सिटी बसें, सड़क पर उतरेंगी नई बसें
कानपुर, अमृत विचार। अपने शहर को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए कानपुर नगर को सौंपी गई 270 सीएनजी चालित सिटी बसें एक एक करके कबाड़ हो चुकी हैं। वर्तमान में मात्र 35 सिटी बसें रुट हैं बाकी बसें फजलगंज सिटी बस डिपो में डंप हो चुकी हैं जबकि 9 अक्टूबर के बाद शायद ही कोई सीएनजी चालित सिटी बस रुट पर दिखे। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कानपुर को 100 इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध कराई हैं और जल्द ही 200 इलेक्ट्रिक बसें कानपुर को और मिलेंगी। ये सभी बसें एसी और इनमें कोई आवाज नहीं है। यात्री सुविधाओं से ये बसें लैस हैं। कानपुर शहर में अभी सीएनजी चालित सिटी बसें चल रही हैं जिनकी उम्र पूरी हो चुकी है। जल्द ही ये सारी बसें नीलाम हो जाएंगी।
प्रदूषण से मुक्त करने आई थी सिटी बसें
सुप्रीमकोर्ट के आदेश पर तत्कालीन केंद्र सरकार ने कानपुर समेत देश के 8 महानगरों का सर्वे कराकर इन शहरों को प्रदूषणमुक्त करने का बीड़ा उठाया था। इसी क्रम में केंद्र सरकार ने जेएनएनयूआरएम योजना के तहत 300 सीएनजी चालित सिटी बसें चलाने की तैयारी की थी लेकिन कानपुर को 270 सिटी बसें ही मिली थीं लेकिन अब ये सीएनजी चालित सिटी बसें अपनी उम्र पूरी कर चुकी हैं। मात्र 35 बसें रुट पर हैं, उनकी उम्र भी 9 अक्टूबर को पूरी हो जाएगी।
खूबसूरत लो फ्लोर बसें शहर की शान, अब कबाड़
केंद्र सरकार द्वारा दी गई सीएनजी चालित 270 सिटी बसों में 20 बसें ऐसी थीं जो लो फ्लोर बसें थी, इन लो फ्लोर बसें में 10 नान एसी और 10 एसी बसें थीं, ये बसें यात्री सुविधाएं से पूरी तरह लैस थीं। महिलाओं को सुरक्षा के लिए इन बसों में लाल बटन दी गई थी जिसके दबाने से पुलिस को सीधे सूचना मिलती थी लेकिन सारी बसें अब कबाड़ में तब्दील हो चुकी हैं। शहर का हर कोई इन बसों में सफर करने में अपनी शान समझता था।
नो टेंपो जोन में अहम रोल अदा किया
शहर के एक मार्ग को खूबसूरत बनाने की योजना तत्कालीन नगर आयुक्त एनके सिंह चौहान ने बनाई थी। इस योजना के तहत गोल चौराहा (रावतपुर) से माल रोड तक नो टेंपो जोन घोषित किया गया और परिवहन ने इस रुट पर 24 घंटे सीएनजी चालित सिटी बसों को चलाने की घोषणा की। इन बसों की समयसारिणी ऐसी थी कि तमाम लोगों ने अपनी बाइक व चार पहिया वाहन घर में खड़ा कर दिया था और इन्ही सिटी बसें से चलने लगे। महिलाओं के लिए सखी बस सेवा भी शुरु की गई लेकिन धीरे धीरे इन बसों की सेवा पर ग्रहण लग गया।
सिटी बसें नीलाम होंगी-ई बसें आएंगी
सीएनजी चालित बसें अक्टूबर तक 15 वर्ष अपनी उम्र पूरी कर लेंगी। सरकार ने 200 इलेक्ट्रिक बसें कानपुर देने की योजना बनाई है, जल्द ही ई बसें कानपुर आ आएंगी। -महेश कुमार, प्रबंधक निदेशक, कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड
