नोटबंदी घोटाला: सीबीआई ने आठ साल से फरार भगोड़े बिरंची नारायण को किया गिरफ्तार

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Published By Deepak Mishra
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नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) 1.79 करोड़ रुपये के नोटबंदी संबंधी घोटाले में वांछित एक भगोड़े आरोपी को उन्नत प्रौद्योगिकी उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। 

अधिकारियों ने बताया कि बिरंची नारायण दास फर्जी बैंक खातों के माध्यम से प्रतिबंधित नोटों के धोखाधड़ीपूर्ण लेनदेन में कथित रूप से शामिल था, जिससे सरकार को 11.79 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। उन्होंने बताया कि सीबीआई ने एक जनवरी 2017 को मामले के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज की और जांच में पाया कि दास अपराध को अंजाम देने के लिए कथित तौर पर फर्जी पहचान के तहत बैंक खाते का इस्तेमाल कर रहा था। 

अधिकारियों के मुताबिक, केंद्रीय जांच एजेंसी ने दिसंबर 2019 में दास के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया, लेकिन वह सुनवाई, समन और गैर-जमानती वारंट की अनदेखी करते हुए लगातार जांच में शामिल नहीं हुआ और कथित तौर पर बार-बार निवास बदलकर जानबूझकर अपनी पहचान छिपाई। 

सीबीआई प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “10 सितंबर 2025 को कोलकाता में दास की गिरफ्तारी, कई डेटाबेस में इस्तेमाल उन्नत तकनीकी उपकरणों के उपयोग और व्यापक पेशेवर जमीना कार्य के माध्यम से संभव हुई।” 

बयान के अनुसार, सीबीआई ने अंततः कोलकाता में दास के वर्तमान ठिकाने का पता लगा लिया, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया और बृहस्पतिवार को अदालत के समक्ष पेश किया गया। 

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