Gonda News: 2 किमी दूर अटैच कर दिया स्कूल, डीएम कार्यालय पहुंच बच्चों ने बताई परेशानी

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Published By Deepak Mishra
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एडी बेसिक ने बीईओ से मांगी रिपोर्ट, एडीएम ने दिया समस्या समाधान का भरोसा

गोंडा, अमृत विचार। बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है‌ जहां मनकापुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय रमईपुर का भवन ध्वस्त करने के बाद यहां पढ़ने वाले बच्चों को 2 किमी दूर उच्च प्राथमिक विद्यालय मधईपुर में अटैच कर दिया गया। स्कूल तक जाने के लिए न तो रास्ते की जांच की गयी और न ही बच्चों की सुविधा का ख्याल रखा गया। 

अधिकारियों की लापरवाही का शिकार हुए बच्चे मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गए। बच्चों ने एडीएम आलोक कुमार को अपनी पीड़ा बतायी और स्कूल भवन बनवाने की मांग की। स्कूल टाइम पर बच्चों को डीएम कार्यालय में देखकर हर कोई अवाक रह गया। 

बच्चों का कहना है कि उनका स्कूल भवन जर्जर होने के चलते चार महीने पहले ध्वस्त कर दिया गया था लेकिन उसके स्थान पर नया स्कूल भवन नहीं बनाया गया। स्कूल के सभी बच्चों को वहां से करीब 2 किमी दूर उच्च प्राथमिक विद्यालय मधईपुर में अटैच कर दिया गया है। जिस स्कूल में बच्चों को अटैच किया गया है वहां की दूरी अधिक है और रास्ता बेहद खराब और सुनसान है‌। 

खराब और सुनसान रास्ते से जाने में लगता है डर

उच्च प्राथमिक विद्यालय मधईपुर को जाने वाले रास्ते के चारों तरफ गन्ने के खेत हैं ऐसे में वहां हर वक्त जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है। स्कूल की छात्रा उन्नति व ज्योति ने बताया कि उनका स्कूल गिरा दिया गया और जिस स्कूल मे उन्हे भेजा गया है वह काफी दूर है। रास्ता भी बेहद खराब है। ऐसे में उन्हें उस रास्ते से जाने में डर लगता है। वह चाहते हैं कि उनका स्कूल बनवा दिया जाए जिससे वह अपने स्कूल में पढाई कर सके। 

बच्चों को लेकर डीएम कार्यालय आए सुभम ने बताया कि वह रास्ते से जा रहे थे। बच्चे डर के मारे रास्ते पर खड़े थे। पूछने पर बच्चों ने कहा कि गन्ने के खेत में कोई जानवर बैठा है। उन्होंने आगे बढकर देखा तो खेत में तीन स्याही बैठी हुई थी जिसे देखकर बच्चे डर रहे थे। तो वह बच्चो को लेकर डीएम कार्यालय आए हैं। 

शुभम ने कहा कि जो रास्ता है वह बेहद खराब है और वहां जंगली जानवरों का खतरा है‌। अधिकारियों को देखना चाहिए कि नए स्कूल का निर्माण कराना चाहिए। वहीं बच्चों के साथ आई विद्यालय की रसोइयां ने कहा कि जो रास्ता है वह बेहद खराब है। बच्चों को उस रास्ते से जाने में डर लगता है। स्कूल की दूरी भी अधिक है।

मनकापुर के बीईओ से रिपोर्ट मांगी गयी है। स्कूल जर्जर था इसलिए उसे कराया गया है। नए स्कूल भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव  भेजा गया है। जिस स्कूल में बच्चों को अटैच किया गया है उसकी दूरी करीब दो किमी बताई जा रही है। रास्ता भी खराब बताया जा रहा है। बीईओ को निर्देशित किया गया है कि जल्द से जल्द बच्चों को किसी नजदीकी विद्यालय में अटैच कर उनकी पढाई की व्यवस्था करें... राम सागर पति त्रिपाठी, सहायक शिक्षा निदेशक- देवी पाटन मंडल।

गांव के एक व्यक्ति के साथ मनकापुर के प्राथमिक विद्यालय रमईपुर के बच्चे जिलाधिकारी कार्यालय आए थे। बच्चों ने स्कूल की दूरी और रास्ते की समस्या बताई है‌ उसके निराकरण के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व विकास विभाग को निर्देशित किया जा रहा है...आलोक कुमार, अपर जिलाधिकारी

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