रामपुर : पसियापुरा गुरुद्वारा प्रकरण में 16 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज
मामले में सोमवार को दो पक्षों में हुई थी फायरिंग
बिलासपुर (रामपुर) अमृत विचार: चर्चित पसियापुरा गुरुद्वारा प्रकरण में मारपीट व फायरिंग के मामले में 15 नामजद व 1 अज्ञात सहित कुल 16 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है। उसके कब्जे से दो लाइसेंसी राइफल, जिंदा कारतूस, खोखे बरामद किए है। गुरुद्वारे में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात हैं।
तहसील क्षेत्र के पसियापुरा गांव स्थित शहीद बाबा दीप सिंह गुरुद्वारे के स्वामित्व को लेकर हजारा सिंह पक्ष और नवाबगंज पक्ष के बीच लगभग तीन वर्षों से विवाद चला आ रहा है। सोमवार को हजारा सिंह पक्ष द्वारा गुरुद्वारा पहुंचकर कब्जा कर लिया गया। इससे नवाबगंज पक्ष में रोष व्याप्त हो गया। साथ ही दोनों ही पक्ष आमने-सामने आ गए। इस दौरान हजारा सिंह पक्ष की और से फायरिंग और दूसरे पक्ष की ओर से पथराव कर दिया गया। सूचना पर पहुंचे जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह व पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र ने दोनों पक्षों के लोगों से अलग-अलग वार्ता कर समझाने का भरपूर प्रयास किया। उधर गुरुद्वारे के हैड ग्रंथी राम सिंह ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर मारपीट व फायरिंग करने का आरोप लगाते हुए हजारा सिंह पक्ष के 15 नामजद सहित 16 लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया था। मंगलवार को प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह ने बताया कि पुलिस ने सतेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, परमजीत सिंह, सतकरतार सिंह, गुरमुख सिंह, अजीत सिंह, बंटी गांधी, जसपाल सिंह, पलविंदर सिंह, जितेंद्र सिंह, गुरजीत सिंह,लक्खा सिंह, सुखदेव सिंह, गुरेंद्र सिंह औलख, राजा सिंह आदि 15 नामजद व 1 अज्ञात सहित कुल 16 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज गया है। जिसमें फायरिंग करने वाले राजा सिंह को दो लाइसेंसी लाइसेंसी राइफल जिंदा कारतूस, खोखो सहित गिरफ्तार कर लिया है। मामले की विवेचना की जा रही जिसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
प्रशासन के साथ दोनों पक्षों का घंटों चला मंथन
पसियापुरा गुरूद्वारे में हुई मारपीट व फायरिंग के मामले में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम और एसपी के सामने दो पक्ष पहुंचे। उसके बाद दोनों पक्षों ने अपने-अपने तथ्य उनके सामने रखे। हालांकि इस मामले में अभी तक निस्तारण नहीं हो सका है। बिलासपुर के पसियापुरा में स्थित शहीद बाबा दीप सिंह गुरुद्वारे के स्वामित्व को लेकर हजारा सिंह पक्ष और नवाबगंज पक्ष के बीच लगभग तीन वर्षों से विवाद चला आ रहा है। उसी के चलते सोमवार को हजारा सिंह पक्ष द्वारा गुरुद्वारे पहुंचकर कब्जा कर लिया था। इससे नवाबगंज पक्ष में रोष हो गया था। उसके बाद दोनों पक्षों के लोग आमने सामने आ गए थे। जमकर फायरिंग और मारपीट हुई। डीएम एसपी ने पहुंचकर मामले को शांत कराया था।उसी के चलते मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में दोनों पक्षों के लोग पहुंचे।डीएम जोगिन्दर सिंह और एसपी विद्या सागर के सामने दो पक्षों ने अपनी-अपनी बातें रखी। कई घंटे तक चले मंथन में निस्तारण नहीं हो सका। अधिकारियों के साथ वार्तालाप आगे भी जारी रहेगी।
