Bareilly : इंटरनेट सेवा बहाल हुई तो धड़ाधड़ फोन में आने लगे मैसेज, लोगों ने ली राहत की सांस

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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बरेली, अमृत विचार। जिले में शनिवार दोपहर लोगों ने उस वक्त राहत की सांस ली जब पिछले करीब 45 घंटों से बंद इंटनेट सेवा बहाल हो गई। जैसे ही नेट चालू हुआ लोगों के मोबाइल फोन्स में एक बाद एक मेसेज आने शुरू हो गए। 26 सितंबर को बरेली में हुए बवाल के बाद एक बार फिर जुमा की नमाज के चलते गुरुवार को 48 घंटे इंटरनेट सेवा बंद रखने का फैसल लिया गया था।

बरेली में मौलाना तौकीर रजा खां के आह्वान पर 26 सिंतबर को जुटी भीड़ और फिर उसके बाद हुए बवाल के बाद से शहर की फिजा में दहशत का माहौल है। शहर में हर तरफ फोर्स का पहरा किसी सुरक्षा का तो अहसास कराता है, मगर एक अजब सी खामोशी बताती है कि माहौल पहले जैसा तो बिल्कुल नहीं। 26 सितंबर को जुमा की नमाज के बाद इस्लामिया और नौमहला के पास भीड़ जुटी। पुलिस पर पथराव और फायरिंग किया गया। घटना के अगले दिन 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं। फिर 24 घंटे के लिए दोबारा इसकी अवधि को बढ़ा दिया गया। जैसे-तैसे इंटरनेट बहाल हुआ था तो फिर बीते शुक्रवार को जुमा की नमाज के चलते किसी भी प्रकार को भड़काऊ संदेशों के वायरल होने से रोकने के लिए 48 घंटे इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई थी। ये पाबंदी गुरुवार दोपहर तीन बजे से शनिवार दोपहर तीन बजे तक के लिए थी, मगर गनीमत रही कि उससे तीन घंटा पहले ही इंटनेट चालू हो गया। 

ऑनलाइन कारोबार हुआ ठप
इंटरनेट सेवा बंद रहने से ऑनलाइन कारोबार ठप हो गया था। मोबाइल फोन, इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन पेमेंट न होने से दुकानों पर ग्राहकों को काफी परेशानी रही। वहीं, एप से संचालित ऑनलाइन सरकारी सेवाएं भी प्रभावित होने से लोगों ने परेशानी का सामना किया। शुक्रवार को शहर के प्रमुख बाजारों में शामिल श्यामगंज, कुतुबखाना, कोहाड़ापीर, बड़ा बाजार समेत सभी प्रमुख बाजार में सामान्य दिनों के मुकाबले रौनक कम देखने को मिली। दो दिन के लिए इंटरनेट सेवा बंद किए जाने के बाद एप से लेकर डिजिटल दुनिया के सभी कारोबार ठप रहे तो लोग मोबाइल में सिर्फ सिग्नल देखते रहे।

होटल और रेस्टोरेंट संचालकों को दिक्कत
होटल-रेस्टोरेंट संचालक, फूड डिलीवरी पार्टनर फूड ऑर्डर का इंतजार करते रहे। इनकी बिक्री 95 फीसदी प्रभावित हुई। कारण यह है कि इनमें डिजिटल पेमेंट की सुविधा थी। इंटरनेट न चलने की वजह से ग्राहकों को लौटना पड़ा। इसके अलावा इंटरनेट सेवा बंद होने का प्रभाव ट्रांसपोर्ट पर भी पड़ा। ई-वे बिल जनरेट नहीं होने से ट्रक लोड नहीं हुए। एक अनुमान के मुताबिक जिले में करीब पांच सौ से ज्यादा ट्रकों की आवाजाही ठप हो गई। इसके चलते खानपान और जरूरत की सामग्री की सामग्री की किल्लत होने की संभावना पैदा हो गई है। अब इंटरनेट बहाल होने से सामान्य होने की उम्मीद है।


रेलवे स्टेशन और जिले की सीमा का बनाया ठिकाना
इंटरनेट न चलने पर लोगों को बरेली जंक्शन और जिले की सीमा को ठिकाना बनाने पड़ा। वर्क फ्राम होम कर रहे पवन विहार के अनिल ने बताया कि वह गुड़गांव में साफ्टवेयर इंजीनियर हैं। इंटरनेट न चलने पर चार घंटे का समय उन्होंने बरेली जंक्शन के वेंटिंग रूम में गुजारा। वहीं, हार्डवेयर कारोबारी गौरव शर्मा ने बताया कि उनके यहां सभी बिलिंग ऑनलाइन होती हैं, इसलिए बदायूं रोड पर जिले की सीमा पर पहुंचकर बिलिंग कराई गई। पीडब्ल्यूडी के कांट्रेक्टर जावेद ने बताया कि सड़क का एक टेंडर डालना था। इसकी अंतिम तिथि पांच अक्टूबर है, इसलिए बदायूं की ओर जाना पड़ा। 

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