CM Yogi: यूपी को वैश्विक फूड बास्केट बनाना हमारा संकल्प, वाराणसी में डायरेक्ट सीडेड राइस कॉन्क्लेव में बोले मुख्यमंत्री

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
On

लखनऊ/वाराणसी, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश को भारत ही नहीं बल्कि वैश्विक फूड बास्केट के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया गया है। तकनीक और गुणवत्ता वाले बीजों की समय पर उपलब्धता से प्रदेश तीन गुना अधिक उत्पादन करने की क्षमता रखता है। मुख्यमंत्री ने वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि वे अब ‘लैब टू लैंड’ मॉडल अपनाएं ताकि नई तकनीक खेत तक पहुंचे।

योगी वाराणसी में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र में आयोजित डायरेक्ट सीडेड राइस (डीसीआर) कॉन्क्लेव में बोल रहे थे। सीएम ने इस अवसर पर ई-सीडर और प्रिसिजन हिल सीडर जैसे अत्याधुनिक कृषि उपकरणों का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश ने 2029-30 तक वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी का लक्ष्य तय किया है, जिसमें कृषि क्षेत्र प्रमुख भूमिका निभाएगा। इसके लिए आईआरआरआई और सीआईपी जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के सहयोग से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए जा रहे हैं। योगी ने कहा कि ‘अन्नं बहु कुर्वीत तद् व्रतम्’ की भारतीय परंपरा हमें अधिक उत्पादन के लिए प्रेरित करती है। 

उन्होंने कहा कि शिव और नंदी मेहनतकश किसानों के प्रतीक हैं, जो हमें उन्नत खेती का संदेश देते हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि भारत के पास 17 करोड़ हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि है, जिसमें से 60 फीसदी सिंचित है। उत्तर प्रदेश अकेले देश का 21% खाद्यान उत्पादन करता है। राज्य के पास 11 फीसदी भूभाग और 17 फीसदी जनसंख्या के बावजूद यह धान, गेहूं, गन्ना, आलू, दलहन और तिलहन उत्पादन में अग्रणी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में चार राज्य, दो केंद्र और एक निजी कृषि विश्वविद्यालय हैं, जबकि 89 कृषि विज्ञान केंद्र किसानों को तकनीकी सहायता दे रहे हैं। ईरी के दक्षिण एशिया केंद्र की स्थापना के बाद धान की नई वैरायटी पर लगातार शोध हो रहा है।

योगी ने कहा कि यूपी में धान की खेती का इतिहास 8 हजार वर्ष पुराना है। काला नमक चावल को भगवान बुद्ध द्वारा तीन हजार वर्ष पूर्व दिया गया प्रसाद बताते हुए उन्होंने कहा कि इसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रांड के रूप में स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 70 लाख हेक्टेयर में धान, 100 लाख हेक्टेयर में गेहूं और 29 लाख हेक्टेयर में गन्ने की खेती की जाती है।

कार्यक्रम में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्य मंत्री रविन्द्र जायसवाल, दयाशंकर मिश्र दयालु, बलदेव सिंह औलख, प्रमुख सचिव कृषि रविन्द्र कुमार, डीजी ईरी यवोन पिंटो, डीजी सीआईपी डॉ. साइमन हेक, श्रीलंका के कृषि सचिव डीबी विक्रमसिंघे और बड़ी संख्या में कृषि वैज्ञानिक मौजूद रहे।

खाद्यान उत्पादन में पांच गुना वृद्धि

योगी ने कहा कि आजादी के बाद जहां प्रदेश में 11.77 मिलियन टन खाद्यान्न उत्पादन होता था, वहीं अब यह बढ़कर 60 ट्रिलियन टन तक पहुंच गया है। खेती का रकबा 170 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 240 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो कृषि क्रांति का प्रमाण है।

लखनऊ में बनेगा 250 एकड़ का सीड पार्क

मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर 250 एकड़ में सीड पार्क विकसित किया जाएगा, जहां जलवायु अनुकूल बीज तैयार किए जाएंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही आगरा में इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर स्थापित होगा।

संबंधित समाचार