अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस : बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं... लैंगिक समानता स्थापित करने का सशक्त माध्यम

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Published By Deepak Mishra
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डफरिन अस्पताल में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बालिकाओं को दी गई बेबी कीट

कानपुर, अमृत विचार। बड़ा चौराहा स्थित डफरिन अस्पताल में शनिवार को मिशन शक्ति 5.0 अभियान के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत उत्तर प्रदेश महिला कल्याण निगम की अध्यक्ष कमलावती सिंह ने केक काटकर की। अस्पताल में जन्मी नवजात बालिकाओं को बेबी कीट वितरित किए गए। बालिकाओं के जन्म पर उपहार स्वरूप बेबी कीट प्राप्त करने पर अभिभावकों के चेहरे प्रसन्नता से खिल उठे। 

अध्यक्ष कमलावती सिंह ने कहा कि बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं केवल एक अभियान नहीं, बल्कि समाज में लैंगिक समानता स्थापित करने का सशक्त माध्यम है। हमें बेटियों को केवल जन्म देने तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उन्हें शिक्षित, आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए। बेटा-बेटी में भेदभाव समाप्त कर प्रत्येक बालिका को जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का समान अवसर प्रदान किया जाना चाहिए।

जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह ने महिला कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं में शामिल कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना आदि के बारे में जानकारी दी। साथ ही अपील की है कि वह इन योजनाओं का लाभ अवश्य लें और अपनी बच्चियों के उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें शिक्षित करने का संकल्प लें।

डफरिन अस्पताल की प्रमुख अधीक्षक डॉ.रूचि जैन ने बताया कि घर व परिवार के साथ ही महिलाओं को अपने स्वास्थ्य की भी देखभाल जरूर करना चाहिए। बच्चियों और किशोरियों के स्वास्थ्य के प्रति काफी सचेत रहना चाहिए। कार्यक्रम का समापन नवजात बालिकाओं की दीर्घायु, स्वस्थ जीवन और उज्जवल भविष्य की मंगलकामनाओं के साथ किया गया। इस दौरान डफरिन अस्पताल की प्रबंधक डॉ.दरख्शा परवीन, डॉ.कल्पना चतुर्वेदी, सिस्टर इंचार्ज आरती वर्मा, सरला देवी समेत नर्सिंग व अस्पताल स्टाफ मौजूद रहा।

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