Moradabad: स्वच्छ भारत मिशन में लापरवाही, ग्राम पंचायत सचिवों पर कार्रवाई तय

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Published By Monis Khan
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मुरादाबाद, अमृत विचार। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत जारी धनराशि के उपयोग में पंचायत राज विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जानकारी के अनुसार, विभाग को स्वच्छ भारत मिशन के लिए जारी कुल 53 लाख 67 रुपए में से 50 प्रतिशत राशि वापस हो गई है। यह राशि ग्राम पंचायत सचिवों की उदासीनता और समय पर कार्य न कर पाने के कारण प्रदेश सरकार ने वापस ली है।

पंचायत राज विभाग में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के लिए सरकार से आई 53 लाख 60 हजार रुपये की धनराशि वापस होने से ग्राम पंचायत सचिवों से विकास कार्य के प्रति लापरवाही साफ झलक रही है। निर्धारित अवधि में धन का उपयोग नहीं किया गया। जिन ग्राम पंचायतों को यह धनराशि स्वच्छता से जुड़ी गतिविधियों जैसे शौचालय निर्माण, नाली एवं खड़ंजा निर्माण के लिए दी गई थी,उनमें से अधिकतर ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य शुरू ही नहीं हो सका। 

अब अप्रैल से अक्टूबर तक धनराशि का उपयोग नहीं हो सका। स्वच्छ भारत मिशन के 29 लाख 76 हजार रुपये सरकार ने वापस ले लिए है। हालांकि सरकार से मिली धनराशि को जून के महीने में खत्म करना है। अब जबकि धनराशि वापस चली गई है, पंचायत राज विभाग ने नुकसान की भरपाई के लिए सचिवों को नए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने की तैयारी कर रहे है।

शौचालय का निर्माण बड़े पैमाने में अधूरा
हालांकि सरकार की ओर से स्वच्छ भारत मिशन के खाते में कोई नई धनराशि जारी नहीं की गई है। ग्राम पंचायतों में अभी भी शौचालय का निर्माण का कार्य बड़े पैमाने में नहीं हो सका है।इसके लेकर डी आर ओ स्तर पर अनदेखी की बात सामने आ रही। जिसको डीपीआरओ ने अब ऐसे ग्राम पंचायत सचिवों को खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी की है।

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