Gonda Road Accident : भाई दूज पर बहन के घर जा रहे भाई समेत 2 की सड़क हादसे में मौत, तीन बच्चे घायल

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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इटियाथोक/गोंडा, अमृत विचार। भाई दूज के पर्व पर परिवार समेत बहन के घर अयोध्या जा रहे युवक व उसके छोटे भाई के पत्नी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी। हादसे में तीन मासूम बच्चे घायल हो गए जबकि मृतक युवक की पत्नी अप्रत्याशित रूप से इस भीषण हादसे में सुरक्षित बच गयी।

हादसा इटियाथोक थाना क्षेत्र के गिलौली के पास गुरुवार दोपहर एक बजे हुआ जब सामने से आ रही एक रोडवेज ने कार को ठोकर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि कार की स्टेयरिंग चालक नीरज के हाथ में घुसकर आरपार हो गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार का मृतकों को बाहर निकाला और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।  

बलरामपुर जिले पूरब टोला निवासी नीरज श्रीवास्तव अपनी पत्नी नेहा श्रीवास्तव व बेटा अयान के साथ भाईदूज को त्योहार पर अयोध्या में रहने वाली अपनी बहन को घर जा रहे थे। उनके साथ उनके छोटे भाई अविनाश की पत्नी हिना श्रीवास्तव भतीजा डुग्गू व भतीजी मोनी भी थी।  

दोपहर करीब एक बजे के करीब गोंडा-बलरामपुर के गिलौली गांव के निकट नीरज की कार गोंडा की ओर से बलरामपुर जा रही अनुबंधित रोडवेज बस से टकरा गयी।टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। कार में आगे की सीट पर सवार नीरज श्रीवास्तव (37) और पीछे की सीट पर सवार उनके भाई अविनाश श्रीवास्तव की पत्नी हिना श्रीवास्तव(34) की मौके पर ही मौत हो गई।

कार में आगे की सीट पर सवार नीरज की पत्नी नेहा श्रीवास्तव बाल बाल बच गईं जबकि पीछे की सीट पर सवार तीनों बच्चे भी गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना पर इटियाथोक थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और कार से दोनों महिला व पुरुष के शव को बाहर निकाला और बच्चों को बाहर निकाल कर तत्काल अस्पताल भेजा गया।

गंभीर हालत देख तीनों बच्चों को एक निजी चिकित्सालय के गहन चिकित्सा कक्ष में रखा गया है। इस टक्कर में बस अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे एक बिजली के खंभे को तोड़कर धान के खेत में जाकर रुक गई। बस व कार का दुर्घटना में आगे का पूरा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे के बाद बस चालक मौके से भाग निकला।

अप्रशिक्षित चालकों से अनुबंधित बसों का संचालन बन रहा जानलेवा

किसी तरह हैवी लाइसेंस जारी करवा कर परिवहन निगम की अनुबंधित बसों की रफ्तार इतनी तेज हो गई है कि इनके सड़क पर चलने से खतरा ही दिखाई देता है। आए दिन लोग अनुबंधित चालकों के बस संचालन से सतर्क न रहें तो रोज घटनाएं हो सकती हैं। परिवहन निगम में अधिकांश बसें अनुबंधित लगाई गई हैं। इसमें निजी बसों के चालक ही वाहन को चलाते हैं।

अधिक किलोमीटर चलाकर कई राउंड लगाने के चक्कर में ये इतनी तेज बस का संचालन करते हैं कि इससे आम नागरिकों व यात्रियों को सतर्क रहना पड़ता है। प्रति किलोमीटर के हिसाब से इन्हें भुगतान मिलता है इसलिए अधिक रफ्तार से अधिक किलोमीटर बनाने के चक्कर में गिलौली के हुई घटना को जिम्मेदार माना जा रहा है। जिस बस से टक्कर हुई वह आलम बाग डिपो की है और यह अनुबंधित है।

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