UP News: तेज रफ्तार का कहर... सड़क पर बिखरे शव, खून से लथपथ लोग, पांच की दर्दनाक मौत, मातम में बदलीं उत्सव की खुशियां
आगरा के नगला बूढ़ी इलाके में तेज गति वाली कार के भयावह टक्कर से पांच घरों में चीख-पुकार मच गई। किसी ने मां गंवाई, तो किसी का बेटा हमेशा के लिए खामोश हो गया। परिजनों की हालत देखकर दिल दहल जाता था। एसएन मेडिकल कॉलेज के आपातकाल कक्ष में पहुंचे लोग आंसुओं से सराबोर थे। हादसे में जान गंवाने वाली बबली के घर में शादी का उल्लास था, लेकिन खबर मिलते ही सब कुछ सूना पड़ गया।
बबली के परिवार वालों ने बताया कि वह घरेलू काम करके घर चलाती थीं। दस वर्ष पहले सादाबाद के मिढ़ावली गांव के हरेश से उनका विवाह हुआ था। उनके तीन बच्चे हैं—बेटी गुंजन, बेटा कर्मवीर और गोलू। कर्मवीर शारीरिक रूप से अक्षम हैं। पति के साथ वर्षों पहले वह मायके लौट आई थीं। पति दिहाड़ी मजदूरी करते हैं, जबकि वह आस-पास के मकानों में काम ढूंढती थीं। जल्द ही उनकी भांजी का ब्याह होना था।
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इसी खुशी में वह जुट गई थीं। शुक्रवार रात काम निपटाकर लौटीं और छोटे बेटे गोलू को साथ लेकर बाजार कपड़े लेने निकलीं। तभी तेज रफ्तार कार ने उन्हें कुचल दिया। मौके पर ही उनकी सांसें थम गईं। गोलू के पैरों में गंभीर चोट आई। सूचना मिलते ही रिश्तेदार अस्पताल दौड़े। पुलिस जब शव ले जाने लगी तो परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया और मुआवजे की गुहार लगाई। काफी समझाने के बाद वे शांत हुए।
ऑर्डर पूरा कर लौटना था, जिंदगी खत्म हो गई
फूड डिलीवरी सर्विस में काम करने वाले आवास विकास कॉलोनी, सेक्टर-1 के भानु प्रताप मिश्रा (28) का तीन साल पहले रामा से विवाह हुआ था। घरवालों के अनुसार उनका डेढ़ साल का बेटा चेतन है। भानु सुबह दस बजे ड्यूटी पर गए थे और रात लौटने वाले थे। आखिरी ऑर्डर डिलीवर करने निकले थे कि कार ने उन्हें सबसे पहले निशाना बनाया। मौके पर ही दम तोड़ दिया।
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उनका छोटा भाई लखन है। पिता कूलर की दुकान चलाते हैं। हादसे की खबर पर परिजन अस्पताल पहुंचे। पिता बार-बार पूछ रहे थे कि अब कौन सहारा बनेगा। पत्नी सदमे में थीं, लगातार रो रही थीं। घरवाले किसी तरह उन्हें संभाल रहे थे।
बाजार जा रहे थे दोस्त
नगला बूढ़ी के कमल (24) पेंटर का काम करते थे। तीन साल पहले प्रेम विवाह किया था। दो साल पहले प्रसव के दस दिन बाद पत्नी चल बसी थी। उनका दो साल का बेटा है। रात करीब आठ बजे वह दोस्त कृष (उर्फ कृष्णा) के साथ बाजार निकले थे। परिजनों के मुताबिक कृष्णा के बड़े भाई नरेंद्र के लिए रिश्ता देखने लड़की वाले आने वाले थे, इसलिए नए कपड़े लेने जा रहे थे।
नगला बूढ़ी चौराहे के पास ही कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मारी। उनका घर घटनास्थल से महज कुछ कदम दूर है। सूचना पर परिवार वाले दौड़े आए। दोनों को सड़क पर खून से लथपथ पड़ा देखा। सिर पर गहरी चोटें थीं, चारों तरफ खून फैला था। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
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सब्जी लेकर घर लौट रहे थे मजदूर बंटेश
नगला बूढ़ी के ही बंटेश (50) दिहाड़ी मजदूरी करते थे। छोटे भाई देवी सिंह ने बताया कि बंटेश उनके साथ रहते थे। माता-पिता पहले ही गुजर चुके थे। रात में सब्जी खरीदने निकले थे और लौट रहे थे। तभी कार डिवाइडर से टकराई, पलटियां खाने लगी और बंटेश उसकी चपेट में आ गए। मौके पर ही उनकी जान चली गई। इससे पूरे परिवार में मातम छा गया।
