लखनऊ : जच्चा-बच्चा की मौत मामले में जांच शुरू, सीएमओ ने बनाई समिति, जानें पूरा मामला

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Published By Deepak Mishra
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बिजनौर क्षेत्र के नीजनी अस्पताल में प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की मौत होने का मामला

लखनऊ, अमृत विचार। बिजनौर क्षेत्र के निजी अस्पताल में प्रसव के बाद हुई जच्चा-बच्चा की मौत मामले में स्वास्थ्य विभाग ने जांच कमेटी गठित किया है। तीन सदस्यीय कमेटी ने अस्पताल को नोटिस जारी करके इलाज से जुड़े रिकार्ड तलब किया है। कमेटी का कहना है सभी बिंदुओं की जांच करके आगे की कार्रवाई होगी। वहीं घटना के बाद से अस्पताल संचालक व स्टाफ अस्पताल बंद कर फरार हैं।

कानपुर रोड स्थित एलडीए कॉलोनी के पराग रोड स्वरूपचंद्र खेड़ा निवासी बेचालाल ने पत्नी ममता (30) को प्रसव पीड़ा होने पर बिजनौर के बलवंतखेड़ा स्थित सीमा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। शिकायत में बताया गया है कि अस्पताल में भर्ती करते समय डॉक्टर ने 32 हजार रुपये जमा कराए और ऑपरेशन के लिए चार बोतल खून मांगा। ऑपरेशन के बाद अस्पताल प्रशासन ने 50 हजार रुपये और जमा करा लिए।

बेचालाल ने आरोप लगाया है कि अस्पताल की लापरवाही से उनकी पत्नी की तबीयत बिगड़ती गई और उनसे कुल एक लाख से डेढ़ लाख रुपये जमा कराए गए। ऑपरेशन के दौरान ममता ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया। सोमवार को शाम करीब 6 बजे उनकी पत्नी ममता की भी मौत हो गई।

एसीपी कृष्णा नगर ने सीएमओ को पत्र भेजकर मामले की रिपोर्ट तलब किया है। सीएमओ आफिस के जरिये तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है। कमेटी में गाइनकोलॉजिस्ट ,फिजिशियन व एक चिकित्सक को रखा गया है।

नर्सिंग होम के नोडल डॉ. एपी सिंह ने बताया घटना की सभी बिंदुओं पर जांच कराई जा रही है। जांच में लापरवाही के आरोप सही मिले तो सख्त कार्रवाई होगी। अस्पताल संचालिका सीमा का कहना है लापरवाही के आरोप गलत है। प्रसूता को रेफर किया जा रहा था मगर परिजन ले जाने को राजी नहीं थे।

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