World Book Records: ब्रिटेन ने IHC को मान्यता दी, स्थिरता... सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सार्वजनिक सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए किया सम्मानित
नई दिल्ली। ब्रिटेन स्थित वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड (डब्ल्यूबीआर) ने सतत विकास, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, सार्वजनिक सहभागिता और बौद्धिक सहयोग को बढ़ावा देने में उत्कृष्ट योगदान के लिए इंडिया हैबिटेट सेंटर (आईएचसी) को मान्यता प्रदान की है। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह सम्मान भारत और अन्य स्थानों पर नवाचार, संवाद और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने वाले एक प्रमुख संस्थान के रूप में आईएचसी की भूमिका का सम्मान करता है। यह प्रमाण पत्र हाल ही में आईएचसी के गुलमोहर हॉल में आयोजित एक समारोह के दौरान प्रदान किया गया, जिसमें आईएचसी के निदेशक के.जी. सुरेश, डब्ल्यूबीआर के अध्यक्ष एवं सीईओ संतोष शुक्ला तथा अन्य लोग उपस्थित थे।
सुरेश ने एक बयान में कहा, “यह मान्यता इंडिया हैबिटेट सेंटर में हम सभी के लिए गौरव का क्षण है... ‘भारत बोध केंद्र’ से लेकर, जो कला, संगीत, अध्यात्म, इतिहास और दर्शन पर संसाधनों के माध्यम से भारत की सभ्यतागत विरासत का जश्न मनाता है, हैबिटेट लर्निंग सेंटर (एचएलसी) में शैक्षिक कार्यक्रमों तक कई नई पहल सार्थक प्रभाव पैदा कर रही हैं।” उन्होंने कहा, “यह उत्साहजनक है कि यहां प्रशिक्षित छात्रों को अब रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त हो रहे हैं। यह सम्मान आईएचसी के उस मिशन की पुष्टि करता है, जो एक जीवंत केंद्र के रूप में कार्य करता है जहां ज्ञान, संस्कृति और स्थिरता व्यापक हित के लिए एक साथ आते हैं।” लंदन मुख्यालय वाला डब्ल्यूबीआर एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जो विविध क्षेत्रों में विश्व रिकार्ड का दस्तावेजीकरण और सत्यापन करता है। यह दुनिया भर के व्यक्तियों और संस्थाओं को उत्कृष्टता और नवाचार को प्रेरित करने वाली उपलब्धियों का दस्तावेजीकरण और जश्न मनाने के लिए आमंत्रित करता है।
