UP News: गैंगस्टर साले-बहनोई समेत तीन अपराधियों की 93.50 लाख की संपत्ति कुर्क, एक्शन में यूपी पुलिस

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Published By Muskan Dixit
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अलीगंज पुलिस ने साले-बहनोई का 85 लाख का प्लॉट व मकान कुर्क किया। इंदिरानगर पुलिस ने गोकशी के आरोपी का 8.50 लाख का प्लॉट किया कुर्क।

लखनऊ, अमृत विचार: अपराध से अर्जित काली कमाई के खिलाफ लखनऊ कमिश्नरेट ने बड़ी कार्रवाई की है। अलीगंज पुलिस ने मड़ियांव के गैंगस्टर साले-बहनोई की अपराध की रकम से खरीदी गई करीब 85 लाख की दो संपत्ति—मकान और प्लॉट—को कुर्क कर दिया है। वहीं, इंदिरानगर पुलिस ने गोकशी के आरोपी गैंगस्टर की गुडंबा स्थित करीब साढ़े आठ लाख रुपये का प्लॉट भी कुर्क कर दिया है।

इंस्पेक्टर मड़ियांव शिवानंद मिश्रा ने बताया कि मड़ियांव थाने में हारुन और उसके साले शुभम सोनकर के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जिसकी विवेचना इंस्पेक्टर अलीगंज अशोक कुमार सोनकर कर रहे हैं। आरोपी शुभम मूल रूप से कानपुर के नवाबगंज का रहने वाला है। यहां मड़ियांव के फैजुल्लागंज में किराए पर रहता था। उसका बहनोई भोपाल, मध्यप्रदेश निवासी हारुन भी फैजुल्लागंज में रहता था और वर्तमान में सैरपुर के सैदापुर में रह रहा था। दोनों पर एक दर्जन से अधिक चोरी के मामले दर्ज हैं।

जांच में पता चला कि आरोपी हारुन ने अपराध की कमाई से मड़ियांव में 35 लाख रुपये का घर खरीदा था, जबकि साले शुभम ने 50 लाख रुपये कीमत का प्लॉट लिया था। संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध की कोर्ट ने 9 मई को संपत्ति कुर्क करने का प्रारंभिक आदेश दिया था। 14 नवंबर को अंतिम आदेश मिलने के बाद अलीगंज पुलिस ने दोनों संपत्ति को कुर्क कर दिया है। इंस्पेक्टर अलीगंज ने बताया कि आरोपी शुभम जेल में है, जबकि हारुन काफी समय से फरार चल रहा है।

वहीं, इंस्पेक्टर गुडंबा प्रभातेश कुमार श्रीवास्तव ने भाखामऊ निवासी आरिफ और उसके गिरोह के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की रिपोर्ट दर्ज की थी। आरोपी पर गोकशी सहित अन्य मामले दर्ज हैं। गैंगस्टर एक्ट की विवेचना इंस्पेक्टर इंदिरानगर सुनील कुमार तिवारी द्वारा की जा रही थी। जांच में सामने आया कि आरोपी आरिफ ने अपराध से अर्जित करीब 8.50 लाख रुपये का भाखामऊ में प्लॉट खरीदा था। मामले में न्यायालय संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध ने गैंगस्टर एक्ट के तहत 23 मई 2025 को संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी किया था। अंतिम आदेश 14 नवंबर को जारी होने के बाद इंदिरानगर पुलिस ने राजस्व विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर संपत्ति कुर्क की। इंस्पेक्टर ने बताया कि अब उक्त भूमि शासन के अधीन कर ली गई है। अन्य संपत्तियों की जांच भी जारी है।

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