श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 120वीं जयंती पर PM मोदी और अमित शाह ने अर्पित की श्रद्धांजलि

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को एक ट्वीट संदेश में कहा,” डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें नमन करता हूं। उनके उच्च विचार लाखों देशवासियों के लिए प्रेरणादाई हैं। डॉ. मुखर्जी ने अपना …

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को एक ट्वीट संदेश में कहा,” डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें नमन करता हूं। उनके उच्च विचार लाखों देशवासियों के लिए प्रेरणादाई हैं।

डॉ. मुखर्जी ने अपना संपूर्ण जीवन देश की अखंडता और प्रगति को समर्पित कर दिया था। उन्होंने एक शिक्षाविद और बुद्धिजीवी के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई।” उल्लेखनीय है कि डॉक्टर मुखर्जी देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की कैबिनेट में मंत्री थे, लेकिन पंडित नेहरू के साथ मतभेदों के चलते वह सरकार से अलग हो गए और बाद में उन्होंने भारतीय जनसंघ की स्थापना की। इसी जनसंघ से बाद में भारतीय जनता पार्टी अस्तित्व में आई।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने ट्वीट संदेश में कहा, ” एक राष्ट्र, एक निशान, एक विधान’ के प्रणेता डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के लिए देशहित से ऊपर कुछ नहीं था। भारत की अखंडता के लिए उनके बलिदान और संघर्ष ने कश्मीर और बंगाल को देश का अभिन्न अंग बनाए रखा। डॉ. मुखर्जी राष्ट्र पुनर्निर्माण में स्वदेशी नीतियों के दृढ़ समर्थक थे।”

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा,”डॉ. मुखर्जी ने अपनी दूरदर्शी सोच से देश में शिक्षा, स्वास्थ्य व औद्योगिक विकास की मजबूत नींव रखने और सामरिक दृष्टि से भारत को सशक्त बनाने में अहम योगदान दिया। उनके सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के विचार चिरकाल तक प्रासंगिक रहेंगे। ऐसे अप्रतिम राष्ट्रनायक की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन।”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को अपने एक ट्वीट संदेश में कहा,”भारत के महान सपूत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं। वह सच्चे राष्ट्रवादी थे जिन्होंने जाने-माने विद्वान, शिक्षाविद और सुधारवादी के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई। सार्वजनिक जीवन और राजनीति में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।”

संबंधित समाचार