बरेली: बारिश के बीच अदा की गई ईद-उल-अजहा की नमाज
बरेली, अमृत विचार। बरेली की तमाम मस्जिदों में बुधवार को ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई। कोविड महामारी के चलते सीमित संख्या में ही लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति थी। नमाज के बाद जानवरों को जिबह कर कुर्बानी की रस्म अदा की गई। बाकरगंज ईदगाह से लेकर दरगाह आला हजरत, दरगाह ताजुश्शरिया, किला जामा …
बरेली, अमृत विचार। बरेली की तमाम मस्जिदों में बुधवार को ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई। कोविड महामारी के चलते सीमित संख्या में ही लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति थी। नमाज के बाद जानवरों को जिबह कर कुर्बानी की रस्म अदा की गई। बाकरगंज ईदगाह से लेकर दरगाह आला हजरत, दरगाह ताजुश्शरिया, किला जामा मस्जिद समेत पुराना शहर की मस्जिदों में कोविड गाइड लाइन के मुताबिक नमाज अदा हुई।
ईदगाह में मुफ्ती अफजाल रजवी, जामा मस्जिद में नायब शहर इमाम मौलाना शाहनवाज और दरगाह आला हजरत की रजा मस्जिद में कारी रिजवान रजा ने नमाज अदा कराने से पहले ईद-उल-अजहा की फजीलत और हजरत इब्राहीम व हजरत इस्माईल का कुर्बानी से संबंधित वाक्या बयान किया। कहा कि जो मुसलमान साहिबे निसाब यानी आर्थिक रूप से सक्षम हैं वह अल्लाह की राह में कुर्बानी करें। नमाज के बाद खुतबा पढ़कर देश-दुनिया में अमन, खुशहाली, कोरोना से निजात की खुसूसी दुआ की गई।

दरगाह आला हजरत के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि शहर में सबसे आखिर में दरगाह स्थित रजा मस्जिद में नमाज अदा की गई। यहां दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां, सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां, खानदान की सभी बुजुर्ग हस्तियों ने नमाज अदा कर सभी को ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद पेश की।
सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने कहा कि कुर्बानी शिक्षा देती है कि अल्लाह की राह में अगर जरूरत पड़े तो अपनी कीमती से कीमती चीज कुर्बान करने में पीछे न हटें। इस मौके पर मुफ्ती सलीम नूरी, हाजी जावेद खान, शाहिद नूरी, मंजूर खान, परवेज नूरी अजमल नूरी आदि ने भी सबको ईद की मुबारकबाद पेश की। नमाज के बाद जानवरों की कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ जो तीन दिन तक चलेगा।
यहां पर अदा की गयी नमाज
खानकाह-ए-नियाजिया, दरगाह शाह शराफत अली मियां, दरगाह शाहदाना वली, दरगाह वामीकिया निशातिया, दरगाह वली मियां, दरगाह बशीर मियां, दरगाह नासिर मियां, नूरानी मस्जिद, जहानी मस्जिद, आला हजरत मस्जिद, बीबी जी मस्जिद, कचहरी मस्जिद, पीराशाह मस्जिद, हरी मस्जिद, सुनहरी मस्जिद, हबीबिया मस्जिद, मुफ्ती ए आजम मस्जिद, मिर्जाई मस्जिद, 6 मीनार मस्जिद, कलंदर शाह मस्जिद समेत सभी छोटी बड़ी मस्जिदों में नमाज अदा की गई।
असजद मियां ने पढ़ा ईद-उल-अजहा का खुतबा
दरगाह ताजुश्शरिया के सज्जादानशीन काजी-ए-हिन्दुस्तान मुफ्ती मोहम्मद असजद रजा खां कादरी ने दरगाह ताजुश्शरिया पर सुबह 6:30 बजे ईद की नमाज अदा कराई। फिर मुफ्ती असजद मिया ने ईद का खुतबा पढ़ा। इस मौके पर हुस्साम मियां, हुम्माम मियां, जमात रजा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान मियां, महासचिव फरमान मियां, सैयद शोएब मियां, मौलाना शम्स रजा, मौलाना सय्यद सैफ अली कादरी, मौलाना अजीमुद्दीन अजहरी, मोइन खां आदि ने नमाज अदा की।

खानकाह-ए-नियाजिया में मांगी कोरोना के खात्मे की दुआ
खानकाहे नियाजियां में सुबह 9:30 बजे ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई। खानकाह के सज्जादानशीन मेहंदी मियां ने नमाज अदा कराई। खानकाह से जुड़े खानबादे मौजूद रहे। प्रबंधक शब्बू मियां ने बताया कि सज्जादानशीन ने सभी को ईद की मुबारकबाद दी। नमाज के बाद देश से कोरोना के खात्मे की दुआ की गई। नमाज के बाद लोगों से अपील की गई कि शांतिपूर्ण और सौहार्द के साथ त्योहार मनाएं।

बारिश ने नमाजियों को किया तरबतर
ईद-उल-अजहा के मौके पर सुबह से ही तेज बारिश होती रही। खास तौर से मस्जिदों में नमाज के वक्त बारिश ने नमाजियों को पानी से तरबतर कर दिया। अधिकतर मस्जिदों में नमाजी भीगते हुए ईद की नमाज अदा करने पहुंचे। बाकरगंज ईदगाह में रिमझिम बारिश के बीच नमाज अदा की गई और नमाजी भीग गए। बारिश से बचने के लिए लोग छाते अपने साथ लेकर आए थे। नमाज के बाद भी बारिश नहीं रुकी तो लोग बरसात का लुत्फ उठाते हुए अपने घरों की तरफ लौट गए। ईदगाह करबला कमेटी के महासचिव डा. सरताज हुसैन अब्बासी ने बताया कि 10 बजे नमाज अदा करने के बाद मुल्क की खुशहाली के लिए दुआ की। नमाज के दौरान तमाम प्रशासनिक अधिकारियों समेत ईदगाह कमेटी के अध्यक्ष खलील अहमद, उपाध्यक्ष महताब अली, कोषाध्यक्ष हाजी गुलशन मियां, रईस मियां, मोहसिन मियां नियाजी, सुलेमान खां आदि मौजूद रहे।
