अयोध्या: साईं दाता कुटिया के पीठाधीश्वर के अंतिम संस्कार को लेकर पनपा विवाद
अयोध्या। 14 कोसी परिक्रमा मार्ग जनौरा स्थित साईं दाता कुटिया के पीठाधीश्वर धनी शाह के निधन के बाद उनके अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हो गया। कुटिया के अंदर ही अंतिम संस्कार कराने को लेकर विपक्ष व कुटिया प्रबंधन के बीच बढ़ती रार को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया। …
अयोध्या। 14 कोसी परिक्रमा मार्ग जनौरा स्थित साईं दाता कुटिया के पीठाधीश्वर धनी शाह के निधन के बाद उनके अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हो गया। कुटिया के अंदर ही अंतिम संस्कार कराने को लेकर विपक्ष व कुटिया प्रबंधन के बीच बढ़ती रार को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया।
राजस्व के अधिकारियों ने बाद में मामले को शांत कराया और कुटिया के अंदर ही परंपरागत तरीके से अंतिम संस्कार कराने का निर्देश दिया। दरअसल, विवाद का मूल कारण कुटिया की जमीन है। इस जमीन पर विपक्षी पार्टी ने न्यायालय से स्टे आर्डर ले रखा है। वहीं दूसरी तरफ कुटिया प्रबंध समिति का कहना है कि पीठाधीश्वर का अंतिम संस्कार कुटिया की जमीन पर ही होगा। प्रबंध समिति का कहना है कि इससे पहले के तीन अन्य पीठाधीश्वरों का अंतिम संस्कार इसी कुटिया की ही जमीन पर हुआ है।
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इसीलिए वर्तमान पीठाधीश्वर रहे धनी शाह का भी अंतिम संस्कार इसी कुटिया में होगा। कुटिया के बाहर सैकड़ों की तादाद में धनी शाह के अनुयायी धरने पर बैठ गए। मौके पर पुलिस पीएसी बल सहित तमाम आला अधिकारी रहे। एसडीएम प्रशांत कुमार सहित अन्य अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामले का निराकरण हुआ और तय किया गया कि पीठाधीश्वर धनी शाह का अंतिम संस्कार कुटिया के अंदर ही होगा।
पहले भी सुर्खियों में रही है साईं दाता कुटिया….
साईं दाता कुटिया में कोविड-19 के दौरान लोगों को बुलाकर भंडारा और कार्यक्रम कराया गया था। भारी भीड़ जमा होने के बाद स्थानीय लोगों ने विरोध जताया था तो पुलिस ने आश्रम जाकर कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने का 20 से 25 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया था। घटना के बाद कई स्थानीय निवासियों ने भी साईं दाता आश्रम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
